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Coronavirus संक्रमित को Heart Attack हो तो क्या करें, पढ़िए डॉ. विवेका कुमार की सलाह

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Agra (Uttar Pradesh, India) । आगरा विकास मंच द्वारा आयोजित वीडियो सम्मेलन में डायरेक्टर हार्ट इंस्टीट्यूट मैक्स हॉस्पिटल डॉ. विवेका कुमार ने कहा- कोविड-19 मारक फ्लू है। इसमें श्वतंत्र तंत्र फेल हो जाता है। लॉकडाउन के बाद हृदयाघात में 70 फीसदी तक कमी आई है। हम देख रहे हैं कि कारण यह है कि लॉकडाउन के कारण लाइफ स्टाइल ठीक हो गई है। हम रोज योगा कर रहे हैं। परिवार के साथ रह रहे हैं और तनावमुक्त हैं। कोविड-19 का हृदय पर प्रभाव है। जो लोग हृदयरोगी हैं, उनकी कोविड के कारण मौत अधिक हैं। सिर्फ कोविड के कारण मौत 1-2 फीसदी है। 50 फीसदी हृदय रोगी मर रहे हैं। लंग्स, किडनी और पेट का सिस्टम भी कोविड से प्रभावित होता है। वीडियो सम्मेलन को देश के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ पद्मभूषण डॉ. नरेश त्रिहान (चेयरमैन मेदांता, गुरुग्राम) और मेदांता हॉस्पिटल में हार्ट इंस्टीट्यूट के चेयरमैन पदमश्री डॉ. प्रवीन चन्द्रा ने भी संबोधित किया।

बरतें सावधानी

उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण के साथ हृदय और लंग्स की नसों की समस्या बढ़ गई है। हृदय रोगी मास्क लगाएं, मतलब मुंह ढककर रखें तो कोविड फैलने के चांस 70 फीसदी तक कम हो जाते हैं। नियमित रूप से हाथ धोएं। नंगे हाथों से चीजों को न छुएं। बाहर से कुछ लाते हैं तो साबुन पानी से धोकर इस्तेमाल करें तो संक्रमण का खतरा कम रहता है। लॉकडाउन के कारण लाइफ स्टाइल ठीक है। संयमित जीवन व्यतीत करें तो 70 फीसदी बीमारी कम होगी। इटली में कई डॉक्टर हार्ट अटैक से मर गए क्योंकि कोरोना के मरीजों का ऑपरेशन कर दिया था।

खून पतला करने की दवा दें

डॉ. विवेका कुमार ने बताया कि अब गाइड लाइन ये है कि कोराना के मरीजों को हार्ट अटैक होता है तो उन्हें सीधे ऑपरेशन थियेटर में नहीं ले जाएं। खून पतला करने की दवा दें। कोरोना के पेशेंट देखें तो नाक और मुंह ढककर रखें। मास्क को भी हाथ से न छुएं। साबुन से हाथ धोएं या सेनेटाइजर का प्रयोग करें। 60 साल से अधिक लोगों को जानलेवा बीमारी हो जाती है। बचाव करें तो बचा जा सकता है। मैक्स दिल्ली का पहला निजी अस्पताल है जो कोविड का इलाज कर रहा है। 360 बेड हैं। मैक्स ने ही कोविड-19 पेशेंट की प्लाज्मा थिरेपी भी की है। प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन करके अच्छा कदम उठाया।

आशीष जैन ने बताए आगरा विकास मंच के कार्य

वीडियो सम्मेलन का संचालन करते हुए युवा उद्यमी आशीष जैन ने बताया कि अशोक जैन सीए ने आगरा विकास मंच की स्थापना 2004 में की थी। तभी पहला हृदय रोग शिविर लगाया गया। डॉ. प्रवीन चन्द्रा तभी से साथ हैं। डॉ. विवेका कुमार 2010 से मंच के साथ हैं। कार्यक्रम संयोजक आशीष जैन ने डॉ. नरेश त्रिहान का परिचय कराया। आगरा विकास मंच ने मेदांता में हृदय विभाग के चेयरमैन डॉ. प्रवीन चन्द्रा के साथ 2004 में आगरा में पहला कैम्प लगाया था। आगरा विकास मंच की स्थापना स्व. अशोक जैन सीए ने 2004 में की थी। हम अब तक 1500 से अधिक हृदय ऑपरेशन करा चुके हैं। लॉकडाउन के कारण उन्हें परामर्श नहीं मिल रहा है। यह वीडियो सम्मेलन उनके लिए भी बहुत उपयोगी है। स्व. अशोक जैन सीए के अनुज राजकुमार जैन वर्तमान अध्यक्ष और सुनील कुमार जैन संयोजक हैं। आगरा विकास मंच के सभी प्रोजेक्ट लगातार चल रहे हैं। कोविड-19 में भोजन, खाद्यान्न, मास्क, सेनेटाइजर्स का उत्पादन और  वितरण कर रहे हैं। सेनीटाइजेशन कर रहे हैं। सामाजिक दूरी कायम रखने के लिए सर्किल बनाए जा रहे हैं। राजकुमार जैन ने आगरा विकास मंच द्वारा बनाए गए मास्क को दिखाया। डॉ. प्रवीन चन्द्रा ने इसे अच्छा बताया और कहा कि मास्क प्रयोग धोकर फिर प्रयोग कर सकते हैं।

इन्होंने किए प्रश्न

अमर उजाला के सिटी प्रभारी चंद्रमोहन शर्मा, हिन्दुस्तान से पत्रकार पवन तिवारी, दैनिक जागरण से पत्रकार अजय दुबे, जिनवाणी चैनल के निदेशक चक्रेश जैन, आगरा विकास मंच के अध्यक्ष राजकुमार जैन, संयोजक सुनील जैन, डॉक्टर सुनील शर्मा, डॉ. रमेश धमीजा, डॉ. बीके अग्रवाल, प्रवक्ता संदेश जैन, सुशील जैन, ध्रुव जैन और विवेक सेठिया ने सवाल किए।