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Aaj ka panchang 4 august 2020: इस समय शुरू होगा राहुकाल, जानिए दिशा शूल के बारे में

NATIONAL REGIONAL RELIGION/ CULTURE

लाइव स्टोरी टाइम पर रोजाना पढ़िए दिशा शूल, राहु काल और शुभ मुहूर्त के बारे में। प्रसिद्ध ज्योतिषवेत्ता पंडित वेद प्रकाश शुक्ल दे रहे हैं पूरी जानकारी। इस पंचांग के आधार पर आप अपने दैनिक क्रियाकलाप शुभ मुहूर्त में सुगमता से कर सकते हैं। इससे सफलता मिलने की आशा की गुना बढ़ जाती है।

मंगलवार ०४ अगस्त  २०२०

तिथि          प्रतिपदा (२१:५४+ तक)     

                         द्वितीया

मास            भाद्रपद कृष्णपक्ष

व्रत/पर्व/     शरीराम भक्त हनुमान जी

उत्सव/दिवस-

सूर्योदय        ०५:४४ बजे      

सूर्यास्त        १९:०४ बजे

चन्द्रोदय        १९:५१ बजे

दिनमान        १३घं २०मि ३४से

मध्याह्न         १२:२४ बजे

रात्रिमान        १०घं ३९मि ५६से

विक्रम संवत्  २०७७ (प्रमादी)  

शक संवत्      १९४२ (शार्वरी)       

कलि संवत्     ५१२१     

सूर्य राशि       कर्क

चन्द्र राशि      मकर २०:४७ तक

तदुपरांत       कुम्भ

सूर्य नक्षत्र      अश्लेषा

नक्षत्र पद      च४-श्रवण ०८:११ तक

                        च१-धनिष्ठा  १४:२८ तक                           

                        च२-धनिष्ठा २०:४७ तक

                        च३-धनिष्ठा २७:०८+ तक

                        च४-धनिष्ठा

योग               आयुष्मान ०५:४७ तक

तदुपरांत          सौभाग्य २९:१६+

तदुपरांत          शोभन

द्विपुष्कर योग   🌞२१:५४ से २९:४४ तक

अमृत काल     २२:३२+ से २४:१३+ तक

विजय मुहूर्त    १४:३७ से १५:३१ तक

गोधूलि मुहूर्त   १८:५१ से १९:१५ तक

ब्रह्म मुहूर्त       २८:१९ से २९:०१+ तक

पञ्चक प्रा.   ०४ अगस्त मंगलवार   

                          २०:४७ से

पञ्चक स.     ०९ अगस्त रविवार

                              १९:०७ तक*

दिशाशूल     उत्तर

राहुकाल      १५:४४ से १७:२४ तक     

भद्रा             नहीं

(आगरा, उ.प्र.) (स्थानानुसार ०५-२० मिनट -/+ अंतर सम्भव)

ध्यानाकर्षण- कजरी तीज ०६ अगस्त गुरुवार

हरम्ब संकष्टी चतुर्थी, महा स्कन्द हर चतुर्थी, बहुला चतुर्थी ०७ अगस्त शुक्रवार

हलछठ/ललही छठ/बलराम जयंती ०९ अगस्त रविवार

शरी कृष्ण जन्माष्टमी (स्मार्त), कालाष्टमी,  आद्याकाली जयंती ११ अगस्त मंगलवार

शरी कृष्ण जन्माष्टमी (वैष्णव), दही हाण्डी १२ अगस्त बुधवार

पं. वेद प्रकाश शुक्ल, आगरा

प्रस्तुतिः पं. वेद प्रकाश शुक्ल, आगरा