राजकुमार चाहर जयंत चौधरी

फतेहपुर सीकरी से भाजपा प्रत्याशी राजकुमार चाहर के लिए 4 विधायकों समेत चौ. उदयभान सिंह, डॉ. राजेंद्र सिंह, मधुसूदन शर्मा, उपेंद्र सिंह, लाल सिंह लोधी की प्रतिष्ठा दांव पर, जानिए क्या होने जा रहा

Election लेख

डॉ. भानु प्रताप सिंह

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. 19-फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट को सर्वाधिक चर्चा में है। इस सीट पर हर किसी की नजर है। भारतीय जनता पार्टी येन-केन-प्रकारेण फतेहपुर सीकरी सीट को विजित करने के लिए जो लगा रही है। फतेहपुर सीकरी से सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर की राह में शूल बिछाए गए लेकिन वे अब फूल बन गए हैं। जानकारों का कहना है कि भाजपा विधायक चौधरी बाबूलाल ही नहीं, दो और नेताओं ने राजकुमार चाहर की जीत में डेंट लगाने का प्रयास किया है। सजातीय मतदाताओं को पार्टी से विमुख करने की चाल चली है। देखना है कि ये कितने सफल हो पाते हैं। सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या राजकुमार चाहर 2019 की जीत के रिकॉर्ड को तोड़ पाएंगे?

सांसद राजकुमार चाहर को भाजपा ने दोबारा प्रत्याशी क्या बनाया, उन्हीं की पार्टी के विधायक चौ. बाबूलाल और उनके पुत्र डॉ. रामेश्वर ने हंगामा खड़ा कर दिया। सार्वजनिक रूप से पंचायत करके मांग कर डाली कि प्रत्याशी बदला जाए। नारा दिया- मोदी-योगी से बैर नहीं, राजकुमार की खैर नहीं। अब कौन समझाए कि राजकुमार की खैर नहीं है तो मोदी से तो बैर हो ही गया। राजकुमार चाहर जीतेंगे तभी तो मोदी प्रधानमंत्री बनेंगे। सांसद के क्षेत्र में न आने की बात भी योजनाबद्ध ढंग से फैलाई गई। यह काम किसने किया, इस बारे में चुनाव बाद खुलासा किया जाएगा। पूर्व मंत्री चौ. उदयभान सिंह कहते हैं “जो सांसद राष्ट्रीय स्तर पर राजनीति कर रहा है, उससे यह अपेक्षा करना कहां तक उचित है कि वह क्षेत्र में ही रहेगा। हां, आप सांसद को फोन करें और कोई प्रत्युत्तर न दे तो शिकायत वाजिब है। राजकुमार चाहर ने बड़ी-बड़ी मीटिंग करके दिखा दिया कि समर्थक कम नहीं हैं।”

फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र में आगरा ग्रामीण, फतेहपुर सीकरी, फतेहाबाद, बाह, खेरागढ़ विधानसभा क्षेत्र आते हैं। आगरा ग्रामीण (सुरक्षित) से बेबीरानी मौर्य, फतेहपुर सीकरी से चौ. बाबूलाल, फतेहाबाद से छोटेलाल वर्मा, बाह से रानी पक्षालिका सिंह और खेरागढ़ से भगवान सिंह कुशवाहा विधायक हैं। बेबीरानी मौर्य कैबिनेट मंत्री हैं। चौ. बाबूलाल ने खुलेआम बगावत कर दी है। वे अपने पुत्र डॉ. रामेश्वर को चुनाव लड़वा रहे हैं। ऐसे में चार विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर है कि वे राजकुमार चाहर को जिताएं। इसके साथ ही फतेहपुर सीकरी के पूर्व विधायक और पूर्व मंत्री चौ. उदयभान सिंह, फतेहाबाद से पूर्व विधायक डॉ. राजेंद्र सिंह, सपा से भाजपा में आए रामसकल गुर्जर, बाह से बसपा के पूर्व विधायक और अब भाजपाई मधुसूदन शर्मा, कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव और अब भाजपाई उपेंद्र सिंह, समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष और अब भाजपाई लाल सिंह लोधी की प्रतिष्ठा भी राजकुमार चाहर की जीत के साथ जुड़ गई है। पू

अगर हम जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया की बात करें तो उनका कोई जनाधार नजर नहीं आता है। वे डॉ. राजेंद्र सिंह के परिवार से हैं। इसी नाते जिला पंचायत अध्यक्ष निर्वाचित हुई हैं। डॉ. मंजू भदौरिया को यह बात बुरी लग सकती है लेकिन सही बात तो यही है।

मधुसूदन शर्मा ने बाह में प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने दो बड़े कार्यक्रम कराए हैं। समाजवादी पार्टी में कद्दावर नेता रहे पूर्व मंत्री रासमकल गुर्जर ने भी राजकुमार चाहर की सभा कराई है। लाल सिंह लोधी ने गांव-गांव जाकर प्रचार किया है। उपेंद्र सिंह जाटव ने अपने समाज के वोटों को गोलबंद करने का प्रयास किया है।

राजकुमार चाहर के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री ओगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्य, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी, त्रिलोक त्यागी आदि ने सभाएं की हैं। पूर्व वायुसेना अध्यक्ष आरकेएस भदौरिया को लाकर क्षत्रिय समाज को साधने का प्रयास किया है। कहीं न कहीं इन सबकी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी हुई है।

वर्ष 2019 को लोकसभा चुनाव राजकुमार चाहर ने 4,95,065 मतों से जीता था। उन्हें प्रधानमंत्री से भी अधिक वोट मिले थे। भाजपा ने उन्हें किसान मोर्चा का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया। यह बात कुछ भाजपा नेताओं को खटकती है कि राष्ट्रीय नेता कैसे बन गया। इसी कारण लोकसभा क्षेत्र के कुछ कद्दावर नेताओं ने राजकुमार चाहर के लिए बयान तक जारी नहीं किया है। अंतिम दिनों में ये नेता अपने अभियान में सफल होते प्रतीत नहीं हो रहे हैं।

जातिगत समीकरण (अनुमानित, कोई आधिकारिक गिनती नहीं है)

3.00 लाख ब्राह्मण

3.50 लाख क्षत्रिय समाज

2.20 लाख जाट

2.00 लाख जाटव

1.50 लाख निषाद

2.00 लाख मुस्लिम

0.70 लाख लोधी

1.50 लाख वैश्य, कुशवाहा

1.00 लाख कुशवाह और वैश्य

फतेहपुर सीकरी लोकसभा क्षेत्र से नौ प्रत्याशी

राजकुमार चाहर, भारतीय जनता पार्टी

रामनाथ सिकरवार, कांग्रेस

राम निवास शर्मा, बहुजन समाज पार्टी

होतम सिंह निषाद, राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी

गिर्राज सिंह धाकरे, प्राउटिस्ट ब्लॉक इंडिया

वेद प्रकाश, राष्ट्रीय जनसंचार दल

संगीता तोमर, भारतीय मजदूर जनता पार्टी

डॉ. रामेश्वर सिंह, निर्दलीय

कल्लन कुम्हार, निर्दलीय

मतदाता

कुल मतदाता 17,94,747

महिला मतदाता 8,24,729

पुरुष मतदाता 9,69,964

अन्य मतदाता 54

प्रथम  बार बने मतदाता 26678

20 से 29 साल के मतदाता 3,79,665

दिव्यांग मतदाता 13,007

 

जिले में मतदान केंद्र

मतदान केंद्र 1181

मतदेय स्थल 1935

संवेदनशील केंद्र 502

संवेदनशील मतदेय स्थल 786

जोनल मजिस्ट्रेट 40

 

फतेहपुर सीकरीः 2019 का चुनाव परिणाम

प्रत्याशी  पार्टी  वोट  प्रतिशत

राजकुमार चाहर,  भाजपा,  667,147  64.32

राज बब्बर कांग्रेस 1,72,082  16.59

श्रीभगवान शर्मा  बसपा 1,68,043  16.20

नोटा  10,692

जीत का अंतर  4,95,065

कुल वोट पड़े  10,38,460 (60.42 प्रतिशत)

 

फतेहपुर सीकरीः 2014 का चुनाव परिणाम

प्रत्याशी  पार्टी  वोट  प्रतिशत

चौ. बाबूलाल  भाजपा 4,26,589   44.06

सीमा उपाध्याय बसपा  2,53,483  26.18

रानी पक्षालिका सिंह सपा  2,13,397  22.04

अमर सिंह  रालोद  24,185  2.50

नोटा 2,677

जीत का अंतर 1,73,106

कुल वोट पड़े 9,68,233 (61.26 प्रतिशत)

 

फतेहपुर सीकरीः 2009 का चुनाव परिणाम

प्रत्याशी  पार्टी  वोट  प्रतिशत

सीमा उपाध्याय  बसपा  2,09,466  30.19

राज बब्बर कांग्रेस  1,99,530   28.75

राजा अरिदमन सिंह भाजपा 1,54,373   22.25

रघुराज सिंह शाक्य  सपा  1,09,240   15.74

जीत का अंतर 9,936

कुल पड़े वोट 6,93,904  (51.56 प्रतिशत)

 

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Dr. Bhanu Pratap Singh