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आरबीएस कॉलेज आगरा में सभी काम ठप, चीफ प्रोक्टर डॉ. संजीव पाल सिंह के खिलाफ मुकदमा रद हो, हरीपर्वत इंस्पेक्टर और दो दरोगाओं को निलंबित करो

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विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह और डीसीपी सूरज राय की मध्यस्थता में हुई बैठक

कॉलेज के आंतरिक मामले में हस्तक्षेप कर पुलिस ने छवि खराब की, सभी आहत

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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat.  आरबीएस कॉलेज आगरा के शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी एक तरह से हड़ताल पर हैं। इसे काम से विरत नाम दिया गया है। कॉलेज के चीफ प्रोक्टर डॉ. संजीव पाल सिंह और दो अन्य की गिरफ्तारी और मुकदमा से हर कोई आहत है। तीन पुलिस वालों को निलंबित करने की मांग की गई है। सभी ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक कॉलेज में कोई काम नहीं होगा।

27 जुलाई, 2024 को को डीसीपी, श्री सूरज राय एवं एत्मादपुर विधानसभा के विधायक, डॉ. धर्मपाल सिंह की मध्यस्थता में प्राचार्य, शिक्षक संघ एवं शिक्षणेतर कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक हुई। इसमें सभी शिक्षक एवं कर्मचारियों ने एक स्वर से यह मांग की है कि डॉ. संजीव पाल सिंह, कर्मचारी संजय एवं जल सिंह के विरूद्ध दर्ज मुकदमे को तत्काल निरस्त किया जाए। था

यह भी मांग की कि थाना हरीपर्वत के प्रभारी निरीक्षक आलोक कुमार सिंह, एसआई योगेन्द्र तथा चौकी प्रभारी खन्दारी चौकी को तत्काल प्रभाव से उनसे वर्तमान पद एवं स्थान से हटाते हुए निलम्बित किया जाए। जब तक यह कार्यवाही नहीं होती, तब तक सभी शिक्षक एवं कर्मचारी महाविद्यालय के सभी कार्यों से विरत रहकर शान्तिपूर्ण आन्दोलन करते रहेंगे।

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इस संबंध में पुलिस आयुक्त के नाम एक ज्ञापन डीसीपी सूरज राय को दिया गया। इसमें कहा गया है कि 25 जुलाई, 2024 को महाविद्यालय के मुख्य प्रानुशासक, डॉ. संजीव पाल सिंह एवं दो शिक्षेणतर कर्मचारी संजय एवं जल सिंह को थाना हरीपर्वत की पुलिस कॉलेज परिसर से जबरन ले गयी। एकतरफा कार्रवाई करते हुए महाविद्यालय के आन्तरिक मामले में अनाधिकृत हस्तक्षेप किया और महाविद्यालय की छवि को खराब करने का प्रयास किया है।

ज्ञापन में कहा गया है कि इस घटना से महाविद्यालय के समस्त शिक्षक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी तथा आगरा विश्वविद्यालय शिक्षक संघ, शिक्षक एवं कर्मचारियों के अपमान से बेहद आहत एवं आक्रोशित हैं। विगत दो दिनों से महाविद्यालय के समस्त कार्य, जिनमें प्रवेश, परीक्षा एवं प्रशासनिक दायित्व शामिल हैं, से विरत रह कर शान्तिपूर्ण आन्दोलन की राह पर हैं।

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Dr. Bhanu Pratap Singh