जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी आगरा कराने जा रहे जबर्दस्त काम, पढ़िए पूरी

जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी आगरा में कराने जा रहे जबर्दस्त काम, पढ़िए पूरी जानकारी

REGIONAL

 

  • नगर निगम द्वारा शहर में 50 अत्याधुनिक टॉयलेट की होगी स्थापना
  • मैकेनिकल स्वीपिंग का कार्य रात्रि शिफ्ट में पूर्ण करने के निर्देश
  • शहर में बनाए जा रहे मॉडल रोड मानक के विपरीत
  • इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन का नहीं किया जा रहा अनुपालन
  • गाइड लाइन के अनुरूप रोड संबंधित प्रश्न का अधिकारी कोई नहीं दे सके उत्तर
  • मॉडल रोड निर्माण में गाइड लाइन का कड़ाई से अनुपालन करने के दिए निर्देश

आगरा। जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में संबंधित विभागों के साथ आगरा डेवलपमेंट प्लान से संबंधित समीक्षा बैठक संपन्न हुई।
बैठक में सर्व प्रथम जिलाधिकारी ने नगर निगम को शहर में 50 अत्याधुनिक टॉयलेट की स्थापना हेतु नगर विकास विभाग को प्रस्ताव तैयार कर भेजने तथा उक्त हेतु जमीन व स्थान चिह्नित करने के कड़े निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने नगर निगम द्वारा कराए जा रहे मैकेनिकल स्वीपिंग के कार्य की समीक्षा की जिसमें बताया गया कि 04 मशीनों द्वारा प्रातः 05 बजे से दोपहर 01बजे तक सफाई कार्य कराया जाना बताया गया, जिलाधिकारी द्वारा दोपहर 01 बजे तक मैकेनिकल स्वीपिंग के कार्य से होने बाली विभिन्न समस्याओं को इंगित करते हुए नाराजगी जताई तथा मैकेनिकल स्वीपिंग के कार्य को रात्रि शिफ्ट में पूर्ण करने को निर्देशित किया।
बैठक में यमुना घाटों की सफाई व्यवस्था की समीक्षा में बताया गया कि दशहरा घाट, बल्केश्वर, सीताराम घाट की सफाई व्यवस्था की गई है हाथी घाट, कच्चा होने से वहां प्रभावी सफाई नहीं हुई है।

बैठक में नगर निगम द्वारा हाथीघाट के पक्के निर्माण तथा सौंदर्यीकरण हेतु एक प्रेजेंटेशन दिया गया। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा प्रेजेंटेशन एजेंसी का घाट निर्माण व सौंदर्यीकरण कार्यों में विशेषज्ञता के बारे जानकारी करने पर कोई संतुष्टिजनक उत्तर न मिलने पर नगर निगम से नाराजगी व्यक्त की तथा बिना विशेषज्ञ एजेंसी से कार्य प्रस्तावना पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की, उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति में घाट निर्माण को क्षति हुई तो जिम्मेदार कौन होगा।

जिलाधिकारी ने नमामि गंगे प्रोजेक्ट के एक्सपर्ट्स तथा सिंचाई विभाग से विशेषज्ञपूर्ण सलाह लेने के निर्देश दिए।
बैठक में नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे मॉडल रोड की समीक्षा में बताया गया कि शहर में 10 मॉडल रोड बनाए जाने हेतु योजना है।आवास विकास व कमलानगर क्षेत्र में मॉडल रोड बनाए गए हैं। जिलाधिकारी ने बैठक में कमलानगर में बने मॉडल रोड का प्रेजेंटेशन देखा, प्रेजेंटेशन वीडियो में मॉडल रोड पर गंदगी तथा सीएंडडी वेस्ट को देख कर कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा साफ सफाई के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने बनाए जा रहे मॉडल रोड के कार्य में इंडियन रोड कांग्रेस की गाइड लाइन के अनुपालन के बाबत पूछे जाने पर संबंधित अधिकारी कोई जवाब नहीं दे सके, जिलाधिकारी ने मॉडल रोड निर्माण में डिवाइडर की ऊंचाई, रंग,ट्रैफिक मैनेजमेंट,पार्किंग,ड्रेनेज,फुटपाथ, लाइटिंग,ग्रीन कवर, टॉयलेट इत्यादि की गाइड लाइन का अनुपालन न किए जाने पर कड़ी फटकार लगाई, तथा मानकों का कड़ाई से अनुपालन करने के निर्देश दिए।

बैठक में मॉडल मार्केट बनाए जाने की समीक्षा में हजरतगंज व चांदनी चौक के मॉडल का अध्ययन करने तथा उक्त से संबंधित एक्सपर्ट से सलाह लेने के निर्देश दिए। बैठक में गंगाजल प्रोजेक्ट की समीक्षा में बताया गया कि उक्त प्रोजेक्ट में अभी तक लगभग 53 प्रतिशत शहर को आच्छादित किया गया है, जिलाधिकारी ने अमृत योजना के विभिन्न चरणों में कराए गए कार्यों तथा प्रगति की जानकारी ली तथा धीमी प्रगति पर नाराजगी जताई, उन्होंने जलनिगम को निर्देश दिए कि पाइप लाइन तथा सड़क खुदाई का कार्य जहां प्रस्तावित है उसकी सूची नगर निगम,लोक निर्माण,एडीए इत्यादि विभागों को दें जिससे कि सड़क निर्माण में होने बाली असुविधा से बचा जा सके तथा कार्य में तेजी लाएं।

गाइड्स की ट्रेनिंग 500-500 के समूह प्रस्तावित

बैठक में पर्यटन विभाग की समीक्षा में बताया गया कि कुल 2400 गाइड्स की ट्रेनिंग 22.09.2023 से 500-500 के समूह में सूर सदन में प्रस्तावित है। जिलाधिकारी ने ट्रेनिंग की कार्य योजना को अपर्याप्त बताया तथा विभिन्न व्यावसायिक क्षेत्रों के एक्सपर्ट से प्रभावी ट्रेनिंग कराने की रूपरेखा तैयार करने, गाइड्स की सेवा ऑनलाइन,वारकोड के माध्यम से बनाकर पर्यटक द्वारा ऑनलाइन पेमेंट तथा फीडबैक लेने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

खराब मोबाइल नेटवर्क की व्यवस्था को ठीक करने
बैठक में शहर में तथा प्रमुख स्थानों पर खराब मोबाइल नेटवर्क की व्यवस्था को ठीक करने, एडीए व नगर निगम द्वारा स्थापित किए जा रहे ई-चार्जिंग स्टेशन, यमुना नदी पर प्रस्तावित रबर डैम, संकेतक व साइनेज लगाए जाने के कार्य, सिटी ऐप तथा सेफ सिटी की भी समीक्षा की तथा संबंधित को दिशा निर्देश दिए।

Dr. Bhanu Pratap Singh