rajiv gupta

World Red cross Day: कोरोनावायरस की संकट की घड़ी में कहां है रेडक्रॉस

INTERNATIONAL NATIONAL REGIONAL

यह दिन दुनिया के इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है। हर वर्ष ‘वर्ल्ड रेड क्रॉस डे’ दुनिया भर में लोगों का जीवन बचाने के लिए मनाया जाता है। इस दिन को जीन हेनरी ड्यूनेंट के जन्मदिन के अवसर पर मनाया जाता है, जिन्होंने ‘अंतर्राष्ट्रीय रेडक्रॉस सोसायटी’ (International Red Cross Society) की स्थापना की थी। स्थापना 1919 में May 8 में हुई। मुख्यालय जेनेवा, स्विट्ज़रलैण्ड में हे। इसका उद्देश रोगियों, घायलों तथा युद्धकालीन बंदियों महामारी में रोगियों की देखरेख करना है। किसी भी प्रकार की मानव पीड़ा को कम करने की विश्वव्यापी प्रवृत्ति की गणना रेडक्रॉस क्षेत्र के अंतर्गत मानी जाने लगी।
भारत में वर्ष 1920 में पार्लियामेंट्री एक्ट के तहत भारतीय रेडक्रॉस सोसायटी का गठन हुआ, तब से रेडक्रॉस के स्वंयसेवक विभिन्न प्रकार के आपदाओं में निरंतर निस्वार्थ भावना से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। विश्व में रेडक्रॉस सोसायटी चिकित्सा छेत्र में नायाब काम करती है। रेडक्रॉस सोसायटी के पास एक से एक आधुनिक और सब तरह की परिस्थिति से निपटने के मेडिकल उपकरण होते हैं । साथ ही आपातकाल की चाहे आपदा हो या दुर्घटना में सबसे पहले रेडक्रॉस सोसायटी का नाम ध्यान आता है। हम सब लोगों ने रेडक्रॉस सोसायटी के बारे में बचपन में पढ़ा व सुना है। सदस्यों को बहुत आदर से देखते थे।
आज भारत के अधिकतर नगरों में रेडक्रॉस संगठन है, जिसका अध्यक्ष ज़िले का कलेक्टर होता है। ज़िला अस्पताल में रेकॉर्ड रहता है। शहर के प्रबुद्ध जन और समाजसेवी इसके सदस्य होते हैं। मुझे गर्व है कि आगरा के कलेक्टर रहे मृत्युंजय कुमार नारायण ने मुझे सोसायटी का सदस्य बनाया। आगरा में इसके विस्तार की विस्तृत चर्चा की। कारण था भारत के कई शहरों में रेडक्रॉस संगठन रात हो या दिन, दुर्घटना हो, घटना हो, मेडिकल सहायता हो या ब्लड की आवश्यकता, हर समय काम करने वाले तैयार रहते हैं। उनसे सम्पर्क करना आसान होता है। लोगों की फ़ोन बुक में रेडक्रॉस संगठन का फ़ोन नम्बर होता है। रेड क्रॉस भिन्न-भिन्न तरीक़े से फ़ोन नम्बर प्रचारित किया जाता है, जैसे जस्ट डायल हो या वेबसाइट या जिला प्रशासन की लिस्ट हो या सरकारी अस्पताल हो। ज़िला अधिकारी चाहते थे आगरा में रेडक्रॉस संगठन प्रदेश का बेस्ट रेडक्रॉस संगठन बने। केवल एक दो कैम्प तक सीमित ना रहे। पर जैसा हमेशा तो अधिकारी के स्थान्तरण के साथ योजना कार्यान्वित नहीं हो पाती है। उत्तर प्रदेश में असलहा का लाइसेन्स लेने वाले रेडक्रॉस संगठन में मदद करते हैं।

आज रेडक्रॉस संगठन का कोरोना के चलते बहुत बड़ा काम पूरा विश्व में हो रहा होगा। मैं राजीव गुप्ता अध्यक्ष लोकस्वर ज़िला प्रशासन व आगरा के रेडक्रॉस संगठन सभी पदाधिकारियों से प्रार्थना करता हूँ कि यह समय है जब हम समाज को अपनी पूरी ताक़त से रेडक्रॉस संगठन के उद्देशों की पूर्ति करने के लिए रात दिन एक कर दें। आज हम सब एक हो जायें। आगरा संगठन को प्रदेश नहीं देश के रेडक्रॉस संगठन में एक बड़ी लाइन बनाना होगा संगठन के सभी मेम्बर जो शारीरिक क्षमतावान सदस्यों को कार्यकर्ता की तरह काम लें। अपने  फ़ोन नम्बर प्रचारित करें कि आपकी मदद के लिए रेडक्रॉस संगठन तैयार है। इस समय समाज को ब्लड की, उपचार, खाना, दवा, एकांतवास केन्द्रों पर व्यवस्था आदि की ज़रूरत है । साथ ही सदस्य व आम जनता अगर मदद करना चाहती हे तो मदद लेना उचित रहेगा। मानव सेवा करने के लिए हमने सदस्यता ली थी और सेवा करके हमें अपने धर्म का पालन करना चाहिए। कोरोनावायरस के चलते पीड़ित समाज को रेडक्रॉस संगठन की बहुत ज़रूरत है। मानव सेवा से हम समाज का कुछ कष्ट दूर कर पाए और आगरा के रेड क्रॉस संगठन का नाम भारत में गर्व से लिया जाए। यह समय है सेवा का और संगठन को एक नई दिशा देने का। बहुत दिनों से मन था लिखने का खैर रेड क्रॉस डे पर सही।
राजीव गुप्ता, सदस्य,रेडक्रॉस सोसाइटी, आगरा

संस्थापक अध्यक्ष, लोकस्वर