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PRESS RELEASE

ताक पर महामारी, शराब को मारामारी
अनुराग रावत

“शराब चीज ही ऐसी है ना छोड़ी जाए ये मेरे यार के जैसी है ना छोड़ी जाए”… मशहूर गजल गायक पंकज उधास की गजल की ये पंक्तियाँ इन दिनों लॉकडाउन में सड़क पर उतर रहे अंगूर की बेटी के दीवानों पर सटीक साबित हो रही हैं. सरकारी खजाने को भरने की खातिर सरकार ने शराब की दुकान खुलवा दी हैं. वो भी सामाजिक दूरी के नियम के चकनाचूर हो जाने की परवाह किए बगैर. नतीजा सामने है.
शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं.
ठेकों पर भारी भीड़ देखने को मिल रही है. शराब के शौकीनों को कोरोना वायरस के संक्रमण का कतई कोई खौफ़ नहीं है. मदिरा पर लगाया गया ‘विशेष कोरोना शुल्क’ भी उनके हौसले पस्त नहीं कर पा रहा है. 
आगरा के गांवों और कस्बों में मंगलवार को शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें देखी गईं. अंगूर की बेटी के आशिक सामाजिक दूरी के नियम की परवाह नहीं कर रहे थे. उनकी चाहत थी तो सिर्फ यही कि कैसे भी शराब मिल जाए.
शराब की दुकानों पर अव्यवस्था का आलम था. लॉकडाउन का मखौल उड़ रहा था. शराब के शौकीन कोरोना जैसी महा मारी को ठेंगा दिखाते नजर आ रहे थे. सरकार का इससे कोई सरोकार नहीं. सरकार को चिंता है तो अर्थव्यवस्था सुधारने की और अपना खजाना भरने की.

गंभीर होंगे परिणाम:

सरकार ने राजस्व बढ़ाने के लिए शराब की दुकान खुलवा तो दी हैं लेकिन इसके परिणाम बहुत गंभीर आने वाले हैं. ठेकों पर 400-500 लोगों की लंबी कतारें लगी थीं. ठेकों पर लग रही कतारों से इतना तो तय है कि कोरोना पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ने वाली है. जो सरकार के लिए भी चिंता का विषय होगा.

शराब से हर घंटे में मौत:

आम आदमी के साथ सरकार भी ये जानती है कि शराब सेहत के लिये हानिकारक है. शराब घरेलू हिंसा परिवार के बीच आपसी फूट का कारण है। शराब एक ऐसी लत है जो एक बार किसी इंसान को लग जाती है तो उसे मौत के मुंह तक ले जाती है। भारत में हर घंटे में लोग शराब के कारण मौत के शिकार होते हैं. एक शराबी मरते मरते अपने परिवार को भी मार देता है।

दुनिया भर में हर साल 30 लाख लोगों की मौत:

विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO ने कहा है कि शराब की वजह से दुनिया भर में हर साल 30 लाख लोगों की मौत हो जाती है। यह एड्स, हिंसा और सड़क हादसों में होने वाली मौतों को जोड़कर प्राप्त आंकड़ों से भी ज्यादा है। खासतौर पर पुरुषों के लिये यह खतरा ज्यादा रहता है।


हर 20 में से 1 मौत शराब की वजह से:

शराब और स्वास्थ्य पर संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी की रिपोर्ट बताती है कि दुनियाभर में हर साल होने वाली 20 में से 1 मौत शराब की वजह से होती है। इनमें शराब पीकर गाड़ी चलाने, शराब पीकर हिंसा करने, बीमारी और इससे जुड़ी दूसरी विकृतियों की वजह से होने वाली मौतें शामिल हैं।

भारत में हर साल 2.6 लाख भारतीयों की मौत:

शराब के कारण हर साल 2.6 लाख भारतीयों की मौत हो रही है। इसमें लीवर में समस्‍या, कैंसर, नशे में ड्राइव‍िंग के दौरान रोड ऐक्‍स‍िडेंट्स जैसे कारण हैं।

अपने ही अभियान को ठेंगा:

अप्रैल माह को शराब के खिलाफ जागरूकता के रूप में मनाया जाता है. सरकारी अस्पतालो में शराब की आदत से मुक्ति के लिए  तरह-तरह की दवाएं मुफ्त में दी जाती हैं. ऐसे में सरकार कोरोना काल में शराब की दुकान खुलवा कर अपने ही अभियान को ठेंगा दिखा रही है.

Dr. Bhanu Pratap Singh

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