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चाइना फर्नीचर की बिक्री पूरी तरह तत्काल बंद करना असंभव

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नेशनल चैम्बर ने वेबिनार कर फर्नीचर व्यवसायियों को किया जागरूक, सभी बहिष्कार पर सहमत

Agra, Uttar Pradesh, India. नेशनल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स आगरा ने एक वेबिनार किया। इसमें चीन के माल को न बेचने पर गहन विचार-विमर्श किया गया। साफ शब्दों में कहा गया है कि चीन के मामल के पूरी तरह तत्काल बंद करना संभव नहीं है। इसका कारण यहहै कि भारत में चीन से निर्यात से आयात दोगुना है। हां, चरणबद्ध तरीके से चीन का माल बंद हो सकता है। तय किया गया कि चीन का फर्नीचर चरणबद्ध ढंग से बंद करने का प्रयास करेंगे। स्थानीय बाजार को बढ़ावा देंगे तो हमारे कारीगरों को लाभ होगा। चीन की फर्नीचर बेचना बंद करने से पहले भारत में फर्नीचर का सामान बढ़ाना होगा।

चाइना फर्नीचर को जनहित में रोकना  जरूरी हैः राजीव अग्रवाल 

नेशनल चैम्बर अध्यक्ष राजीव अग्रवाल  एवं  व्यापार प्रकोष्ठ के चेयरमैन  मनीष अग्रवाल की संयुक्त अध्यक्षता में आगरा के फर्नीचर व्यवसायियों के साथ एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें विद्यमान परिस्थितियों में चाइना के फर्नीचर के विक्रय का बहिष्कार करने पर एक परिचर्चा की गई। परिचर्चा में आगरा के प्रमुख फर्नीचर व्यवसायियों द्वारा भाग लिया गया।  अध्यक्ष राजीव अग्रवाल ने बैठक में फर्नीचर व्यवसायियों  का स्वागत करते हुए कहा कि आज भारत में चाइना  का फर्नीचर बड़ा रूप ले चुका है,  जबकि इसकी कोई गुणवत्ता नहीं है।  वह टिकाऊ नहीं है। इसकी फिनिशिंग भी आर्टिफिशियल है।  अतः चाइना के फर्नीचर को जनहित में रोकना  जरूरी है।   

मनीष अग्रवाल ने मांगे सुझाव

व्यापार प्रकोष्ठ के चेयरमैन मनीष अग्रवाल ने कहा कि आज की परिचर्चा में हम यही जानना चाहेंगे कि दीपावली का त्योहार आने वाला है और सहालग भी  शुरू होने वाले हैं।  ऐसे समय में फर्नीचर का सबसे बड़ा विक्रय होना  है।  अब फर्नीचर व्यवसायियों द्वारा ऐसे अवसर पर क्या रूपरेखा बनाई है?  क्या उनके द्वारा चाइना के फर्नीचर को बेचा जाएगा या उसका बहिष्कार किया जाएगा?  यह हम फर्नीचर के व्यवसायियों से उनके विचार जानना चाहेंगे ताकि चैम्बर स्तर से उसे मूर्त रूप देने के लिए कार्यवाही की जा सके।  मनीष अग्रवाल ने फर्नीचर व्यवसायियों से उनके विचार एवं सुझाव प्रेषित करने का निवेदन किया।  

चाइना का माल नहीं बेचा जाएः अखिल मोहन मित्तल

अखिल मोहन मित्तल ( मित्तल ट्रेडिंग कंपनी) ने  कहा कि अपने देश में बनाया हुआ फर्नीचर बहुत अच्छा व मजबूत होता है।  उसकी गुणवत्ता अच्छी होती है।  चाइना के फर्नीचर की फिनिशिंग अच्छी होती है हालांकि उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं होती है।  चाइना का फर्नीचर सिर्फ फिनिशिंग के कारण ही  बिकता है।  भारत में  फर्नीचर के निर्माण में हमें उसकी फिनिशिंग पर ध्यान देने की जरूरत है।  हमारे भारत का बना फर्नीचर चाइना के फर्नीचर से अव्वल श्रेणी का होता है। हम चाइना के फर्नीचर को बेचने के बिल्कुल पक्ष में नहीं है क्योंकि उसकी विश्वसनीयता नहीं होती है।  आगे दीपावली व सहलाग  का समय आ रहा है,  हम कहते हैं कि चाइना का माल नहीं बेचा जाये  केवल भारत के माल को ही प्रोत्साहित करें।  

मैंने चीन का फर्नीचर कभी नहीं बेचाः मनोज गोयल

फर्नीचर हाउस के मनोज गोयल  ने बताया   के वह 40 साल से फर्नीचर व्यवसाय में संलग्न है और उन्होंने कभी भी चीन  का फर्नीचर नहीं बेचा है।  मार्केट में चाइना के माल का बहुत  विकल्प  उपलब्ध है।  हमारे पास अच्छी अच्छी ब्रांड हैं जो चाइना के माल से गुणवत्ता और फिनिशिंग आदि में बहुत आगे हैं।  उनका कहना था कि भारत में ब्रांड बहुत ही सुपीरियर हैं और उनके द्वारा सारा सामान ब्रांडेड बेचा जाता है।  अपने देश में स्थानीय मार्केट में बने सामान की जवाबदेही होती है।  चाइना के फर्नीचर का पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं। 

चाइना के फर्नीचर का बहिष्कार करना चाहिएः उपेन्द्र शर्मा

 मीडिया हाउस के उपेंद्र शर्मा ने कहा हम भी चाइना का माल कभी नहीं बेचते हैं।   चैम्बर द्वारा फर्नीचर व्यवसायियों के साथ जो आज बैठक की गई है यह बहुत ही महत्वपूर्ण है और हम चाहते हैं कि चैम्बर आगे  फर्नीचर व्यवसायियों के साथ एक वर्कशॉप का आयोजन करें जिससे  कारीगरों की गुणवत्ता सुधारने और भारतीय फर्नीचर को प्रोत्साहन देने का अवसर प्राप्त हो।  हमें चाइना के फर्नीचर का बहिष्कार करना चाहिए।  किंतु उसकी तकनीकी का हम प्रयोग कर सकते हैं जिससे भारतीय फर्नीचर में शाइनिंग और फर्निशिंग अच्छी आ सके।  

पांच साल से चाइना का माल नहीं बेचाः हीरेन अग्रवाल

किरन  मित्तल फर्नीचर से हीरेन अग्रवाल ने अपने वक्तव्य में बताया कि वर्तमान परिस्थितियों में यह मामला देशभक्ति से जुड़ा हुआ है।  हमें स्थानीय  बाजार को ही बढ़ावा देना चाहिए जिससे हमारे कारीगरों का हित होगा और साथ ही साथ ही देश का भी हित होगा।  उन्होंने बताया कि गत 5 वर्षों से उन्होंने चाइना का माल नहीं बेचा  है।  हम पूरी तरह से चाइना के माल के  बेचने का बहिष्कार करते हैं।  

एक साथ बिक्री रोकना संभव नहीं

अध्यक्ष राजीव अग्रवाल जी ने चीन के माल को रोकने के लिए भारत में भारतीय सामान के वॉल्यूम को बढ़ाने पर जोर दिया। चेयरमैन  मनीष अग्रवाल ने बताया कि हमें चाइना के बने फर्नीचर को अपने देश में रोकना  होगा लेकिन यह एक साथ संभव नहीं हो सकेगा।   चाइना के माल को रोकने लिए  हम चरणबद्ध तरीके से  चर्चा करते रहेंगे। परिचर्चा में उपाध्यक्ष राजेंद्र गर्ग, उपाध्यक्ष योगेश जिंदल, कोषाध्यक्ष मयंक मित्तल  ने भी प्रतिभाग किया।