gajendra sharma

बैंकों को घुटनों पर लाने वाले गजेन्द्र शर्मा को राष्ट्रीय व्यापार मंडल का राष्ट्रीय सचिव बनाया गया

PRESS RELEASE

गजेन्द्र शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट के माध्यम से 24 करोड़ लोन धारकों को मोराटोरियम का लाभ दिलवाया है

Agra, Uttar pradesh, India. राष्ट्रीय व्यापार मंडल के महामंत्री सुधीरकांत शर्मा ने युवा समाजसेवी गजेंद्र शर्मा को राष्ट्रीय सचिव मनोनीत किया है। वैभवकुंज, दयालबाग, आगरा निवासी गजेन्द्र शर्मा का संजय प्लेस में प्राइम ऑप्टिकल के नाम से प्रतिष्ठान है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) के माध्यम से जनहित याचिका दाखिल करके रिजर्व बैंक से 24 करोड़ लोन धारकों को मोराटोरियम (loan moratorium) से लाभ दिलवाया है। इस तरह उन्होंने आगरा का नाम विश्व में चर्चित कर ऐतिहासिक कार्य किया है।

गजेन्द्र शर्मा ने अपने पुत्र राहुल शर्मा एडवोकेट के माध्यम से सुप्रीम कोर्ट में बैंकों के खिलाफ ऐसे तर्क प्रस्तुत किए कि सबको घुटने टेकने पड़े। अंततः केन्द्र सरकार को आदेश जारी करना पड़ा। बता दें कि लॉकडाउन के दौरान बैंक कर्ज की किश्त न चुकाने पर बैंकों ने ब्याज पर ब्याज लगाना शुरू कर दिया था। गजेन्द्र शर्मा ने इसे मुद्दा बनाया और तमाम अवरोधों व झंझावातों के बीच कर्जदारों को राहत दिलाई। बैंकों की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एक दर्जन वकील खड़े किए गए थे लेकिन उन्होंने अपने अकाट्य तर्कों से सबको चुप करा दिया।

राष्ट्रीय महामंत्री ने मनोनयन की सूचना जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बबलू कुमार को भी दी है। गजेन्द्र शर्मा से अपेक्षा की है कि वे व्यापारियों के हितों के लिए काम करेंगे।