Noida: नये कोविड अस्पताल का मुख्यमंत्री ने किया विधि विधान से शुभारंभ

Noida: नये कोविड अस्पताल का मुख्यमंत्री ने किया विधि विधान से शुभारंभ

HEALTH REGIONAL

Noida (Uttar Pradesh, India) । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 के दृष्टिगत सभी प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने तथा कोरोना पॉजिटिव मरीजों का यथा समय इलाज संभव कराने के उद्देश्य से सरकार के द्वारा लगातार प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शनिवार को नोएडा कोविड अस्पताल के शुभारंभ अवसर पर सेक्टर 39 नोएडा में नवनिर्मित नोएडा कोविड अस्पताल के सभागार में कोविड-19 संक्रमण के संबंध में तथा विकास कार्यक्रमों एवं कानून व्यवस्था के संबंध में बैठक करते हुए अपने उद्गार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना काल की इस घड़ी में बिल एवं मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन तथा टाटा ट्रस्ट के सहयोग से इस भव्य कोविड अस्पताल का ढाई सौ बेड से शुभारंभ किया गया है, जिसमें तीन आईसीयू वार्ड बनाए गए हैं, जहां पर 28 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। इसी प्रकार अस्पताल में 10 वेंटिलेटर की व्यवस्था है तथा दो वेंटिलेटर मोबाइल के रूप में अस्पताल में दोनों संस्थाओं के सहयोग से कार्यशील रहेंगे। वहीं दूसरी ओर मोबाइल डायलेसिस मशीन की व्यवस्था भी अत्याधुनिक अस्पताल में की गई है। अस्पताल के अंतर्गत अन्य आधुनिक मशीनों की स्थापना सुनिश्चित करते हुए भव्य लैब तैयार किया गया है। इस कार्य के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों संस्थाओं बिल एवं मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन तथा टाटा ट्रस्ट के प्रतिनिधियों के सहयोग की भूरी भूरी प्रशंसा की।


मुख्यमंत्री ने अपने भ्रमण के दौरान सर्वप्रथम नोएडा कोविड अस्पताल का विधिवत रूप से शुभारंभ किया। उसके उपरांत उन्होंने अस्पताल में आईसीयू वार्ड, इमरजेंसी वार्ड सामान्य वार्ड तथा अन्य व्यवस्था का स्थल निरीक्षण किया गया। उसके उपरांत अस्पताल के सभागार में उन्होंने मेरठ मंडल के सभी जनपदों के नोडल अधिकारियों एवं अन्य अधिकारियों के साथ कोविड-19 संक्रमण काल,  कानून व्यवस्था तथा विकास के संबंध में बैठक करते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना काल को दृष्टिगत रखते हुए सभी प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाने तथा कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों का यथा समय इलाज संभव कराने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार के द्वारा 450 करोड़ रुपए की व्यवस्था सुनिश्चित करते हुए कोविड-फण्ड के माध्यम से प्रदेश के सभी जनपदों में कोविड अस्पतालों की स्थापना सुनिश्चित की गई है। जहां पर वर्तमान में 1.51लाख बेड की व्यवस्था सरकार के पास उपलब्ध है ताकि यथा समय कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों का कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुरूप इलाज किया जा सके।


उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर दो  माह पूर्व पूरे प्रदेश में एक लैब स्थापित थी। सरकार द्वारा वर्तमान में पूरे प्रदेश में 32 कोरोना टेस्टिंग लैब की स्थापना सुनिश्चित की गई है, जिसके माध्यम से अब तक 29.96 लाख व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट करते हुए पूरे देश में उत्तर प्रदेश दूसरे स्थान पर है। प्रदेश सरकार कोरोना काल को दृष्टिगत रखते हुए कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रदेशवासियों को सुरक्षित करने के लिए लगातार प्रयास सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने कोविड-19 को लेकर मंडल के सभी जनपदों की गहन समीक्षा करते हुए पाया कि जनपद गौतमबुद्धनगर एवं गाजियाबाद करोना को लेकर अत्यंत संवेदनशील जनपद रहे हैं, परंतु यहां पर प्रशासन पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा जन सामान्य को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित करने के लिए वर्तमान तक जो प्रयास किए गए हैं वह वास्तव में सराहनीय हैं। मुख्यमंत्री ने एनसीआर के सभी अधिकारियों का हौसला बढ़ाते हुए आगे भी इसी प्रकार प्रयास जारी रखने का आह्वान किया, ताकि कोरोना से सभी जनपद वासियों को सुरक्षित बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण को समाप्त करने तथा कोरोना से नागरिकों को सुरक्षित करने के उद्देश्य से आगे भी सर्विलेंस का कार्य बहुत ही दृढ़ता एवं सघनता के साथ संचालित किया जाए, ताकि सभी संभावित संक्रमित व्यक्तियों की खोज करते हुए यथा समय उनका इलाज संभव हो सके और कोरोना के संक्रमण को समाप्त किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीआर के जनपदों में कोरोना मृत्यु दर में कमी आई है आगे भी इसी प्रकार से प्रयास जारी रखे जाएं। उन्होंने समीक्षा के दौरान जनपद बुलंदशहर एवं बागपत में एल 3 अस्पताल की स्थापना सुनिश्चित करने के उद्देश्य से अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। उन्होंने कोरोना से संक्रमित सभी व्यक्तियों का यथा समय इलाज कराने के उद्देश्य से समस्त कार्यवाही तत्परता के साथ करने के निर्देश दिए। ताकि आगे भी कोरोना मृत्यु दर को कम किया जा सके। उन्होंने कहा कि आगामी 15 दिनों के भीतर पूरे प्रदेश में कोरोना मृत्यु दर को एक  प्रतिशत से कम पर लाने का लक्ष्य रखा गया है अतः इसके लिए सभी अधिकारियों को और अधिक दृढ़ता के साथ प्रयास करने की आवश्यकता है।


मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में संचारी रोग नियंत्रण के संबंध में शनिवार एवं रविवार को बड़े स्तर पर अभियान संचालित किए जाएं ताकि वेक्टर जनित बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए जन सामान्य में भी जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने पर उन्होंने बल दिया। इस अवसर पर मंडल आयुक्त अनीता सी मेश्राम ने बैठक में कोविड-19 को लेकर सभी जनपदों में की जा रही कार्रवाई के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तार  से जानकारी उपलब्ध कराई। बैठक का संचालन जिला अधिकारी सुहास एल वाई  ने किया। उन्होंने बैठक समापन के अवसर पर सभी का धन्यवाद करते हुए मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा जो मार्ग निर्देश दिए गए हैं जनपद में उनका अक्षरश: पालन सुनिश्चित कराते हुए आगे भी सभी अधिकारियों के द्वारा अधिक क्षमता के साथ कार्यवाही की जाएगी और सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।

इस अवसर पर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, राज्यसभा सांसद सुरेंद्र नागर, विधायक नोएडा पंकज सिंह, विधायक जेवर धीरेंद्र प्रताप सिंह, विधायक दादरी तेजपाल नागर, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग अमित मोहन प्रसाद, अध्यक्ष नोएडा विकास प्राधिकरण अध्यक्ष आलोक टंडन, मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण, रितु माहेश्वरी , मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. दीपक ओहरी तथा सभी जनपदों के कोविड-19 के नोडल अधिकारी गण एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक के उपरांत के सेक्टर 59 नोएडा में जिला प्रशासन द्वारा कोविड-19 को लेकर बनाए गए इंटीग्रेटेड कंट्रोल रूम का स्थल निरीक्षण किया गया। उन्होंने पाया कि कोरोना को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा एक ही पटल पर सभी समस्या का समाधान किया जा रहा है।

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