बच्चों को तंदुरूस्त रखने के लिए आंगनबाड़ी करेंगी ये काम

HEALTH REGIONAL

Noida (Uttar Pradesh, India)। बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग लॉक डाउन के दौरान भी पोषाहार का वितरण करेगा। इसके पीछे सरकार का उद्देश्य बच्चों को पोषाहार खिलाते हुए तंदुरूस्त बनाए रखना है ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे और वह किसी भी प्रकार के संक्रमण से लड़ने में सक्षम हों। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तय रोस्टर के मुताबिक घर-घर जाकर पोषाहार का वितरण करेंगी। इस दौरान उन्हें हर हाल में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराना होगा।


डीपीओ ने दी जानकारी 

जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) पूनम तिवारी ने बताया लॉक डाउन के कारण सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नियमित गतिविधियां बंद चल रही हैं। केन्द्र पर पोषाहार वितरण भी नहीं हो पा रहा है। इस लिए शासन के निर्देश पर घर-घर जाकर पोषाहार बांटा जाएगा। उन्होंने बताया गौतमबुद्ध नगर की पांच परियोजनाओं शहर, बिसरख, दादरी, दनकौर व जेवर के लिए पोषाहार प्राप्त हो गया है। शहर सहित बिसरख, दादरी, दनकौर, जेवर बाल विकास परियोजना के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषाहार वितरण के लिए रोस्टर तैयार कर लिया गया है। चार, पांच, छह व सात मई को पांचों बाल विकास परियोजनाओं के 1108 आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषाहार का वितरण किया जाएगा। बाल विकास परियोजना के तहत शहर में कुल 100 आंगनबाड़ी केंद्र हैं, जबकि बिसरख बाल विकास परियोजना के अंतर्गत कुल 319 आंगनबाड़ी केंद्र, दादरी में 228, दनकौर में 248, जेवर में 213 आंगबाड़ी केन्द्र हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारियों, मुख्य सेविकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस संबंध में आदेश जारी कर दिए गए हैं।

सख्त निर्देश दिए 

लॉक डाउन के दौरान पोषाहार वितरण में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सांसद और विधायकों को रोस्टर की जानकारी से अवगत कराने के लिए पत्र भेजा गया है। इसके साथ ही मुख्य सेविकाओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस बात की जिम्मेदारी दी गई है कि पार्षदों और सभासदों को रोस्टर की सूचना देते हुए पोषाहार वितरण करना सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने बताया बाल विकास परियोजना अधिकारियों व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इस संबंध में सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी दशा में पोषाहार वितरण के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन न होने पाए।