हृदय रोग से बचाव के लिए करें नियमित व्यायाम और बनायें जंक फूड से दूरी

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। शारदा ग्रुप के प्रतिष्ठित संस्थान हिन्दुस्तान कॉलेज ऑफ साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में राष्ट्रीय हार्ट दिवस पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि बी.एल.के. सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ और पूर्व निदेशक फॉर्टिस अस्पताल, नई दिल्ली के डॉ. सुभाष चन्द्रा ने अपने अनुभवों को बताया।

हृदय रोगों से बचाव की जानकारी हृदय रोगों के नवीनतम विकास के बारे में जानना

संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव कुमार उपाध्याय ने मुख्य अतिथि डॉ. सुभाष चन्द्रा का स्वागत किया और बायो टेक्नोलॉजी विभाग को इस वेबिनार के आयोजन के लिए बधाई दी। उन्होंने बताया कि इस वेबिनार का उदे्श्य हृदय रोगों से बचाव की जानकारी होना है और हृदय रोगों के नवीनतम विकास के बारे में जानना है। मुख्य अतिथि डॉ. सुभाष चन्द्रा ने संस्थान के निदेशक डॉ. राजीव कुमार उपाध्याय और बायोटेक्नोलॉजी विभाग को धन्यवाद देते हुये अपने व्याख्यान में बताया कि इस दिन का उदे्श्य लोगों को हृदय रोगों के बारे में जागरूक करना है और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 29 सितम्बर को राष्ट्रीय हृदय दिवस घोषित किया है।

गलत खान-पान, तनाव, व्यायाम न करने से यह बीमारी के होने के आसार अधिक रहते हैं

उन्होंने बताया कि दुनिया भर में हृदय रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और कोराना महामारी के वक्त में दिल की बीमारी लोगों को अधिक नुकसान पहुँचा रही है। जिस वजह से कोविड-19 की डर से मरीज घर में रहने के लिए ही मजबूर है। वह अपने रेगूलर चैकअप के लिए भी नहीं जा पा रहे हैं। उन्होंने बताया गलत खान-पान, हर समय तनाव में रहना और समय पर व्यायाम न करने से यह बीमारी के होने के आसार अधिक रहते हैं। उन्होंने बताया कि हृदय को स्वस्थ्य रखने के लिए नियमित व्यायाम, वजन नियंत्रण, फास्ट फूड का कम से कम प्रयोग करना जरूरी है। उन्होंने विभिन्न हृदय की बीमारियों के बारे में प्रतिभागियों को बताया जिसमें प्रमुख है कोरोनेरी आर्टरी रोग, हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर आदि हैं जिनका प्रमुख कारण धुम्रपान, वनज बढ़ना और तनाव हो सकता है।

नियमित व्यायाम करना, ताजे फल और सब्जियाँ खाना, धुम्रपान न करना

उन्होंने बताया कि दिल की बीमारियों के लिए कोई विशेष उम्र नहीं होती लेकिन हमारी गतिहीन इनएक्टिव लाइफ स्टाइल के कारण हमने 22 वर्ष के व्यक्ति में हृदय रोग का केस देखा है लेकिन जो लोग कम उम्र में हार्ट अटैक का सामना करते हैं उनमें बहुत अधिक रिस्क फैक्टर होता है। इसलिए हार्ट अटैक को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है नियमित व्यायाम करना, ताजे फल और सब्जियाँ खाना, धुम्रपान न करना। उन्होंने बताया अगर आप हृदय रोग से पीढ़ित हैं आपके पास हृदय रोग से जुड़ी दवाईयों का स्टॉक बहुत जरूरी है।

हृदय रोग की गम्भीरता को समझते हुये उन आहारों का चुनाव करें जो शरीर के लिए सही हों

यह दवाईयाँ डॉक्टरी सलाह के बिना न ली जायें। उन्होंने हृदय रोग के इलाजों के बारे में भी प्रतिभागियों को बताया जिसमें रिट्रोग्रेड इंजीयोप्लास्टी, नॉन सर्जीकल टेक्निक आदि है। उन्होंने बताया कि रिट्रोग्रेड इंजीयाप्लास्टी में हार्ट में एक डिवाइस लगाया जाता है जो रक्त परिसंचरण को ठीक करता है। इसे डॉ. चन्द्रा ने वीडियो के माध्यम से दिखाया। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन के समय लोग तरह-तरह के खाने में दिलचस्पी ले रहे हैं जिससे उनका वजन भी बढ़़ रहा हैं। उन्होंने बताया कि कोराना वायरस की वैक्सीन या इलाज आने में अभी कुछ महीने लग सकते हैं। उन्होंने बताया कि हृदय रोग की गम्भीरता को समझते हुये हमें उन आहारों का चुनाव करना होगा जो हमारे दिल के साथ-साथ पूरे शरीर के लिए सही हों।

जानकारियों के बाद हमारे प्रतिभागी जंक फूड से दूरी बनाके रखेंगे

इस अवसर पर प्रतिभागियों ने अपनी जिज्ञासाओं को दूर करने के लिए डॉ. चन्द्रा से कुछ प्रश्न किये जिसमें संस्थान के डीन अकैडिमिक विजय कट्टा ने हार्ट ब्लाकेज के बारे में पूछा। बायोटेक्नोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष अजय कुमार शर्मा ने मुख्य अतिथि डॉ. सुभाष चन्द्रा को धन्यवाद देते हुये बताया कि आप के द्वारा दी गयी जानकारी हमारे प्रतिभागियों के लिए लाभकारी होगी। हम आशा करते हैं कि इन जानकारियों के बाद हमारे प्रतिभागी जंक फूड से दूरी बनाके रखेंगे और नियमित व्यायाम करेंगे। इस कार्यक्रम का संचालन बायोटेक्नोलॉजी विभाग की छात्र सौम्या श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर संस्थान के समस्त डीन्स, विभागाध्यक्ष, शिक्षकगण एवं विभाग के समस्त छात्र-छात्रायें उपस्थित रहे। 

Dr. Bhanu Pratap Singh