Agra News: आकाशीय बिजली ने आगरा देहात के कई गांवों में बरपाया कहर, भारी जन और पशु हानि, प्रशासन जुटा रहा क्षति का ब्यौरा

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आगरा। मंगलवार शाम तेज बारिश के साथ आई आकाशीय बिजली ने आगरा देहात के कई गांवों में कहर बरपा दिया। इस प्राकृतिक आपदा में जहां एक मजदूर दंपत्ति की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं कई गांवों में दर्जनों मवेशियों की जान चली गई। इस भीषण नुकसान से ग्रामीण क्षेत्रों में हाहाकार मचा हुआ है और पशुपालक सदमे में हैं। प्रशासनिक टीमें क्षति का आकलन कर रही हैं और राहत कार्य शुरू कर दिया गया है।

फतेहाबाद क्षेत्र के गांव नगला अमान में निराश्रित गौवंश पर बिजली गिरने से मौत हो गई। वहीं छेबिस्सा गांव में एक किसान की भैंस की जान चली गई। अई पिन्नापुरा की खटूमरा ठार से तीन गौवंश की मौत की सूचना प्रशासन तक पहुंची है। एसडीएम फतेहाबाद ने बताया कि क्षेत्र के अन्य गांवों से भी जानकारी ली जा रही है और सभी स्थानों पर टीमों को भेजा गया है।

फतेहपुर सीकरी में एक प्राचीन मंदिर पर आकाशीय बिजली गिरने से खलबली मच गई। गनीमत रही कि मंदिर में कोई मौजूद नहीं था, जिससे जनहानि नहीं हुई, लेकिन मंदिर को आंशिक नुकसान पहुंचा है।

बाह तहसील के थाना चित्राहाट क्षेत्र के गांव पई में सबसे दुखद हादसा सामने आया, जहां खेत में काम कर रहे एक मजदूर दंपत्ति की आकाशीय बिजली गिरने से मौके पर ही मौत हो गई। दोनों मूंग की फसल काट रहे थे, तभी बिजली गिरी और वे उसकी चपेट में आ गए। गांव में शोक का माहौल है।

अछनेरा ब्लॉक के गांव सांधन में आकाशीय बिजली गिरने से दो पशुपालकों के छह मवेशियों की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, संतवीर पुत्र सोरन सिंह की पांच भैंसें और राजेंद्र उर्फ पप्पू पुत्र अख्तर सिंह की एक गाय बिजली की चपेट में आ गईं। हादसा उस वक्त हुआ जब दोनों पशुपालक अपने मवेशियों को खेतों में चराने ले गए थे। तेज गर्जना के साथ अचानक बिजली गिरी और मवेशी मौके पर ही ढेर हो गए।

फिलहाल एसडीएम किरावली और फतेहाबाद समेत अन्य क्षेत्रों के अधिकारी नुकसान का आंकलन कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि पशु हानि और जनहानि के शिकार परिवारों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। राजस्व विभाग की टीम गांव-गांव जाकर सर्वे कर रही है।

कई ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने पहली बार इतनी बड़ी संख्या में मवेशियों की मौत देखी है। एक साथ पांच-पांच भैंसों का मर जाना पूरे परिवार की रोजी-रोटी पर संकट है।

Dr. Bhanu Pratap Singh