chaudhary udaybhan singh

यूपी के राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने प्रोफेशनल्स से की ये बड़ी अपील

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हुनरमंद युवा अपना कारोबार शुरू करें, सरकार पूरी मदद करेगी

इच्छा शक्ति चाहिए, एक लाख से भी शुरू कर सकते हैं व्यवसाय

महिलाओं को भी कुटीर उद्योग लगाने के लिए किया गया प्रेरित

Agra (Uttar Pradesh, India) उत्तर प्रदेश के लघु, मध्यम, सूक्ष्म उद्योग एवं निर्यात प्रोत्साहन राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने हुनरमंद युवाओं, मां-बहनों को प्रेरित किया है कि वे अपने हुनर को सामने लाएं। अपना कोई कुटीर उद्योग शुरू करें। उनका विभाग इस मामले में उनकी पूरी मदद करेगा। रविवार को एमएसएमई पर वेबिनार में उन्होंने प्रोफेशनल्स से अपील की कि वे युवाओं को आगे लाने के लिए उनका मार्गदर्शन करें।

रुग्ण पड़ी इंडस्ट्री फिर से खुद को खड़ा करने का मौका

उत्तर प्रदेश कर अधिवक्ता संगठन की वेबिनार विधि वाणी में प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे। मुख्य वक्ता दीपक माहेश्वरी एडवोकेट ने अपने विस्तृत संबोधन में जानकारी दी कि किस तरह से एमएसएमई खुद को फिर से खड़ा करने के लिए शासन, प्रशासन के प्रावधानों की मदद ले सकता है। किस तरह से विभागीय मदद लेकर रुग्ण पड़ी इंडस्ट्री फिर से खुद को खड़ा करने का मौका हासिल कर सकती है। उन्होंने कई उदाहरणों के साथ वेबिनार में एमएसएमई विषय पर विस्तृत जानकारी दी।

अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की मुहिम

वेबिनार में प्रदेश भर से बड़ी संख्या में प्रतिभागी ऑनलाइन मौजूद थे। मुख्य वक्ता दीपक माहेश्वरी एड. ने कहा कि उत्तर प्रदेश में एमएसएमई 50 प्रतिशत तक योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितयों में एमएसएमई को बढ़ावा देकर ही अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने की मुहिम को बल दिया जा सकता है।

कुटीर उद्योग लगाने में मदद करेगी सरकार

राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह ने एक गांव, एक ब्लॉक, एक न्याय पंचायत के एक उत्पाद को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने प्रोफेशनल्स से कहा कि वे एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए सुझाव दें, वे उनके सुझावों की पैरोकारी शासनस्तर परकरेंगे। आगरा और आस-पास के क्षेत्र में ज्वेलरी, मीनाकारी (पच्चेकारी), जूती निर्माण, दरी-गलीजा उद्योग आदि के बारे में जानकारी दी। कहा कि यह कुटीर उद्योग अपने गांवों, कस्बों की पहचान बने हुए हैं। खेती पर आधारित कुटीर उद्योगों की भी उन्होंने पैरोकारी की और हुनरमंद युवाओं को आगे आने के लिए कहा। मां-बहनों से अपील की कि वे पापड़, टिकिया, बिस्कुट, नमकीन आदि बनाने का काम अपने घर से ही शुरू कर सकती हैं। उनका विभाग कुटीर उद्योग लगाने में पूरा सहयोग करेगा। इच्छा शक्ति हो तो एक लाख रुपये से भी व्यवसाय शुरू किया जा सकता है।