राधास्वामी मत के गुरु दादाजी महाराज-2: छठी कक्षा से ही ‘प्रेमपत्र’ पढ़ने लगे थे
दादा जी महाराज ने पढ़ाई जल्दी प्रारंभ की। वे अत्यंत मेधावी एवं कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। उनका हिन्दी व अंग्रेजी पर समान अधिकार था। वह अपने भाइयों और बहनों को अंग्रेजी पढ़ाते व उनका मार्ग निर्देशन करते। इसी समय बाबाजी का अनुकरण करते हुए उनमें समाचार पत्र पढ़ने की रुचि जाग्रत हुई क्योंकि बाबा […]
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