स्‍मृति इरानी की मदीना यात्रा बनी सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय

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सऊदी अरब में ज्‍यादातर महिलाएं बिना हिजाब के घरों से बाहर नहीं घूमती हैं, वहीं मदीना और मक्का में गैर मुस्लिमों के जाने के लिए भी अलग नियम हैं। ऐसे में मदीना में स्मृति इरानी के बिना सिर ढके घूमने की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है। कई लोग इसके लिए सऊदी सरकार और स्‍मृति इरानी की तारीफ कर रहे हैं तो कट्टरपंथी विचारधारा वाले लोगों को ये गले से नहीं उतर रहा है। ऐसे लोग सऊदी सरकार के खिलाफ जमकर जहर उगल रहे है। इन लोगों को सऊदी अरब के ही एक शख्स ने करारा जवाब दिया है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।

उजैर नाम के एक शख्स ने स्मृति इरानी की सऊदी के हज मंत्री के साथ बैठक की तस्वीर को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिखा, मदखली बेवकूफ, सऊदी राष्ट्रवादी और भी बड़े बेवकूफ कह रहे हैं कि एक गैर-मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल को मदीना आने की अनुमति है। क्योंकि सास भी कभी बहू थी की तुलसी समोसा बेचने के लिए वहां नहीं थी। वह मुस्लिम बहनों का मेहरम उतरवाने आई थी। उजैर के इस पोस्ट पर सऊदी के रहने वाले मोहम्मद अल्गरनी ने तगड़ा जवाब दिया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल है।

तुम्हें हमसे मतलब क्या है

मोहम्मद अल्गरनी ने उजैर को जवाब देते हुए सोशल मीडिया पर लिखा- हमारी जमीन, हमारा देश, हमारे नियम, आपका क्या है। सिर्फ इसलिए आप हमारे मामलों में दखल नहीं दे सकते हैं कि आपके पूर्वजों ने इस्लाम अपना लिया और आपको अरबी नाम दिया। आपके अरबी नाम होने का मतलब यह नहीं है कि आप हमारे मामलों में कोई राय रखेंगे। आप हमारे लिए अप्रासंगिक हैं और हम एक जैसे नहीं हैं। आपको हमारे मामलों से मतलब नहीं रखना चाहिए।

सऊदी के युवक का ये ट्वीट काफी वायरल हो रहा है। कई लोगों ने उनकी तारीफ करते हुए कहा है कि बेवजह कुछ लोग अपनी राय हर जगह रखते हैं, ऐसे लोगों को उन्होंने सही जवाब दिया है।

यूजर्स ने लिखा है कि ये दो सरकारों के बीच का एक समझौता है। एक देश के मंत्री दूसरे देश आए हैं, उनको ये सलाह देना कि क्या पहनना है क्या नहीं, मूर्खता है। ऐसे लोगों को सही जवाब दिया गया है। स्‍मृति के इस दौरे पर हज को लेकर बड़ा समझौता हुआ है।

-agency

Dr. Bhanu Pratap Singh