जबरन धर्मांतरण के खिलाफ सिख समाज लामबंद
पीएम मोदी के नाम एडीएम सिटी को सौंपा ज्ञापन
Agra, Uttar Pradesh, India. जम्मू कश्मीर में सिक्ख समाज की बच्चियों का बंदूक की नोक पर हुए धर्मांतरण पर सिक्ख समाज में रोष व्याप्त है। इस मुद्दे पर पिछले दिनों आगरा में गुरुद्वारा गुरु के ताल पर मौजूदा मुखी संत बाबा प्रीतम सिंह की अध्यक्षता में समाज की एक बैठक हुई। इसमें इस घटना पर रोष व्यक्त करते हुए कार्यवाही की मांग की थी। इसी सन्दर्भ में सिक्ख समाज के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को संबोधित ज्ञाप को आगरा के अपर जिलाधिकारी नगर डॉ. प्रभाकांत अवस्थी को उनके कार्यालय में सौंपा।
इस बीच सिख नेता बंटी ग्रोवर ने धर्म परिवर्तन को लेकर लड़की के वायरल वीडियो के बारे में कहा है कि जबरन कहलाया गया है। लड़की को हमारे सामने प्रस्तुत किया जाए। यह संभव नहीं है कि सिख समाज की बेटी अपनी मर्जी से धर्म परिवर्तन कर ले। उन्होंने कहा कि वीडियो की जांच की जाए ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके। ज्ञानी कुलविंदर सिंह ने कहा कि सिख समाज हर किसी की मदद के लिए आतुर रहता है। ऐसे समाज की बच्चियों का धर्म परिवर्तन कराना दुर्भाग्यपूर्ण है।
ज्ञापन में मांग की गई है कि कश्मीर में हो रहे सिख बच्चियों पर जुल्म को तुरन्त रोका जाए। अपहरण कर जबरन धर्मांतरण करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही कर सख्त सजा दी जाए ताकि भविष्य मे कोई ऐसी निन्दनीय हरकत ना कर सके। साथ ही देश के अन्य प्रदेशों की तरह इस राज्य में भी ऐसा कानून लागू किया जाए कि इस तरह के विवाह बिना माँ बाप की स्वीकृति के नहीं हो सकें। केंद्र सरकार द्वारा इस मुद्दे पर संपूर्ण देश में समान कानून लागू कर और अधिक प्रभावी बनाया जाए। साथ ही जम्मू कश्मीर में पुनः पंजाबी भाषा को दूसरी भाषा घोषित किया जाए।
ज्ञापन पर गुरुद्वारा गुरु का ताल के मौजूदा मुखी सन्त बाबा प्रीतम सिंह, वीर महेन्दर पाल सिंह, बन्टी ग्रोवर समन्वयक, सरदार दलजीत सिंह सेतिया, गुरमीत सिंह सेठी,ज्ञानी कुलविन्दर सिंह, सुरेन्द्र सिंह सलूजा एवं परमजीत सिंह मक्कर के हस्ताक्षर हैं।
- स्वच्छता में चमका आगरा का नाम, आगरा विकास मंच ने किया महापौर एवं नगर आयुक्त का सम्मान - July 23, 2025
- “एक पेड़ माँ के नाम” — जयपुरिया कॉलोनी आगरा में सिंहवाहिनी संस्था ने किया वृक्षारोपण का भावपूर्ण आयोजन - July 19, 2025
- ब्रजभाषा काव्य मंच ने आगरा में पूर्वजों की स्मृति में लगाए पौधे, प्रकृति रक्षा का संकल्प - July 17, 2025