अपने आपको और परिवार को सशक्त करने का समय है लॉक डाउन

HEALTH INTERNATIONAL PRESS RELEASE

Abu Road (Rajasthan, India)। कोरोना महामारी से बचाव के लिए पूरे देश में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से लॉक डाउन है। सारी सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक गतिविधियां बन्द है। इसी कड़ी में ब्रह्माकुमारीज संस्थान के समस्त सेवाकेन्द्रों के भी सभी कार्यक्रम बंद है। यहॉं तक प्रतिदिन चलने वाले प्रवचन और सामूहिक मेडिटेशन ध्यान का भी कार्यक्रम बन्द कर दिया गया है। लोगों में आध्यात्मिक उन्नति होती रहे तथा राजयोग ध्यान के जरिए आत्म सशक्तिकरण होता रहे इसके लिए संस्थान के अन्तर्राष्ट्रीय शांतिवन से ऑनलाईन, लाईव कार्यक्रम के जरिए देश विदेश के लोगों केा प्रेरित किया जा रहा है।

ऑनलाईन कार्यक्रम में किया सम्बोधित

इसी क्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्थान की वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका तथा कार्यक्रम प्रबन्धिका बीके मुन्नी ने समस्त देश विदेश के के लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रकृति का हर एक बदलाव किसी ना किसी रूप में मानव हित में होता है। परन्तु उस दौरान हमें पता नहीं पड़ता है। करोना के चलते यह लॉक डाउन भी हमें कई तरह के अवसरों को जन्म दिया है। लोग घर में अपने परिवार में कम रह पाते थे उसका भी अवसर मिला है साथ ही हमें खुद के लिए भी समय मिला है ताकि हम खुद को सशक्त कर सकें। ज्यादा से ज्यादा अपना समय खुद को अन्दर से मजबूत करने के लिए ज्ञान ध्यान और मेडिटेशन में समय बितायें। वे शांतिवन से लाईव कार्यक्रम में सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि परिस्थितियां तथा मुश्किले हमेशा आती है और चली जाती है लेकिन हमें कभी भी इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। बल्कि उसका डटकर मुकाबला करने की जरूरत है। परमात्मा हमारे साथ है और रहेगा। इसलिए ज्यादा से ज्यादा उसकी शक्ति का एहसास करते हुए खुद का तथा अपने परिवार को इसके लिए प्रेरित करें। अपने जीवन के अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि हमारे याद में ऐसा कभी समय नहीं आया जब पूरा देश महीने से ज्यादा समय से लॉक डाउन है। लोगों की रक्षा के लिए।

किया प्रेरित 

उन्होंने कहा कि इस समस्या को समस्या नहीं समझना है। जितना हो सके खुद को अन्दर से तपस्या से मजबूत करना है। क्योंकि आन्तरिक शक्ति से हर समस्या का समाधान सहज ही हो जाता है। ऐसे समय में अपनी दिनचर्या बनायें। जैसे शरीर की स्वस्थता के लिए हम ध्यान रखते है। वैसे ही अपनी आत्मा की उन्नति के लिए प्रयास करने की जरूरत है। बीती बातों को समाप्त कर अच्छी बातों का चिंतन नहीं करना है। जितना हम श्रेष्ठ संकल्पों का चिंतन करेंगे उतना ही हमारे अन्दर सकारात्मक उर्जा का संचार होगा। कार्यक्रम के अन्त में उन्होंने समस्त लाईव संस्था से जुड़े सदस्यों की कुशलक्षेम भी पूछी साथ ही उन्होंने लोगों से करोना से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग  मेंटेन करने तथा सावधानी रखने के लिए प्रेरित किया। गौरतलब है कि इस तरह प्रतिदिन शाम को देश विदेश में संस्था से जुड़े लोगों की आध्यात्मिक उन्नति के लिए लाईव कार्यक्रम का आयोजन होता है।