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अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन काव्यगोष्ठीः कवियों का हरियाली पर दो दिन तक जबर्दस्त मंथन, यूं किया हरियाली का अभिनंदन, देखें धांसू तस्वीर

INTERNATIONAL NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL लेख

Agra, Uttar Pradesh, India. संस्थान संगम मासिक पत्रिका की “हरियाली है तो जीवन है” विषय पर अंतरराष्ट्रीय ऑनलाइन काव्यगोष्ठी दो दिन चली। कवियों ने पृथ्वी पर वनों के दोहन व हरियाली के क्षेत्रफल में कमी आने पर चिंता प्रकट की। पौधारोपण के माध्यम से पर्यावरण रक्षा का आव्हान किया।

काव्य गोष्ठी की अध्यक्ष रानी सरोज गौरिहार ने कहा कि सृष्टि के अनुपम उपहार हरियाली के विस्तार से ही वन व पर्यावरण की संरक्षण सम्भव है। मुख्य अतिथि प्रो. डा. शशि तिवारी ने “हरियाली का मान करें, हरियाली का अभिनंदन है..” कविता से हरियाली को बचाये रखने का सन्देश दिया। डॉ. संगीता सक्सैना (कोटा) ने सरस्वती वंदना कीष मौसमी सिन्हा (पटना) के हरियाली वंदन प्रस्तुत किया ।

गोष्ठी में न्यू जर्सी अमेरिका से डॉ. शशि गुप्ता, नरेन्द्र भूषण(लखनऊ), डॉ.मन्जू गुप्ता (बैंगलोर), निशि गंधा (दिल्ली), यशवंत यश सूर्यवंशी (भिलाई), डॉ. मौसमी सिन्हा (पटना), सोनिका दलेला (लखनऊ), राम निवास तिवारी (निवाड़ी), डॉ. किशनलाल विश्नोई (बीकानेर), अतुल त्रिपाठी (डबरा), आदित्य प्रताप सिंह (नागपुर), सुबोध कुमार शर्मा (ऊधमसिंह नगर), डॉ. रमेश कटारिया पारस (ग्वालियर), डॉ. कुमुदबाला (हैदराबाद), विष्णु शर्मा हरिहर, भगवत सिंह मयंक, रामेश्वर शर्मा, योगीराज योगी, नीलू सिसोदिया (कोटा) के साहित्यकारों ने अपनी कविताओं में हरियाली को बचाये रखने पर जोर दिया ।

कार्यक्रम में डॉ.कुसुम चतुर्वेदी, डॉ. राजेन्द्र मिलन, हरिमोहन सिंह कोठिया, अरुणा गुप्ता, सुशील सरित, डॉ. शैलबाला अग्रवाल, शांति नागर, डॉ. मधु भारद्वाज, डॉ. नीलम भटनागर, सुरेन्द्र वर्मा सजग, डॉ. रेखा कक्कड़, इन्दर सिंह इन्दु, डॉ. शशि तनेजा, प्रेमसिंह राजावत, डॉ.यशोयश, नीता दानी, विजया तिवारी, रमेश आनंद, कमला सैनी, प्रेमलता मिश्रा, पदमावती पदम, पूजा तोमर, माया अशोक, संगीता अग्रवाल, डॉ. ममता भारती, चारु मित्रा, मीना गुप्ता, अलका अग्रवाल, मानसिंह मनरह ने अपनी रचनाओं से काव्य गोष्ठी में समां बांध दिया।

कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि साहित्यकार डॉ. मृणाल शर्मा एवं कथाकार डॉ. शशि गोयल ने गोष्ठी के विषय पर अपने सारगर्भित विचार रखे। स्वागत उद्बोधन संजय गुप्त ने दिया। काव्यगोष्ठी का संचालन पत्रिका के संपादक अशोक अश्रु ने किया। कार्यकारी संपादक परमानंद शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का प्रसारण संस्था के फेसबुक पेज और यूट्यूब चैनल पर भी किया गया है।