Agra (Uttar Pradesh, India)। बचपन के तीन दोस्त डॉ. सुशील गुप्ता, नरेश जैन एवं श्याम बंसल को Life Saving Men कहें तो गलत नहीं होगा। तीनों दोस्त एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए वह काम कर रहे हैं, जो यूपी सरकार भी नहीं कर पा रही है। कई एयरकंडीशनर और मशीनें देने के बाद एक एक हाई फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी (HFNC Machine ) मशीन प्रदान की है। इसका उपयोग मेडिकल कॉलेज के क्वारन्टाइन सेंटर में किया जा रहा है। यह मशीन गंभीर रोगियों की जीवन बचाने के लिए है। इसकी लागत तीन लाख से ऊपर है। मेडिकल कॉलेज की ओर से ही यह मशीन देने का आग्रह किया गया था।
क्या करती है ये मशीन
हाई फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी चिकित्सा एक ऑक्सीजन आपूर्ति प्रणाली है, जो 60 लीटर प्रति मिनट तक की प्रवाह दर पर 100% तक आर्द्र और गर्म ऑक्सीजन देने में सक्षम है। इस मशीन की सभी सेटिंग्स को स्वतंत्र रूप से कंट्रोल करके आवश्यक ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुनिश्चित किया जाता है, जिससे बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं।
गंभीर रोगियों के लिए रामबाण
इस मशीन का प्रयोग करने से इंट्युवेशन की आवश्कता को भी कम किया जा सकता है। दवा उपचार के अलावा, ऑक्सीजन थेरेपी, कोरोनावायरस के उपचार में तथा निमोनिया के सबसे गंभीर मामलों में बहुत मददगार है। यह गंभीर रूप से बीमार रोगियों के उपचार में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह एक सबसे उपयोगी एवं सरलतम प्रणाली है। इस मशीन में हीटेड सर्किट, टेंपरेचर प्रोव, हीटर कनेक्शन केविल, ह्यूमिडिफिकेशन चैंबर, नेजल कैनुला, फिल्टर, फ्लो मीटर आदि संयंत्र हैं, जिससे मशीन के द्वारा कार्य बहुत ही आसानी से किया जाता है।
पहली मशीन
डॉ. सुशील गुप्ता ने बताया कि एच. एफ. एन. सी मशीन एस. एन. मेडिकल कॉलेज में यह पहली मशीन है, जिसके द्वारा अवश्य ही लोग लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर डॉ. संजय काला (प्राचार्य, एस. एन. मेडिकल कॉलेज), डॉ. प्रशांत गुप्ता (नोडल अधिकारी कोविड- 19), डॉ .सुशील गुप्ता, नरेश जैन, श्याम बंसल, डॉ. मृदुल चतुर्वेदी, डॉ. एस. कथनीआ, डॉ. आशीष गौतम, डॉ. राजीव पूरी, डॉ. एपी सिंह, डॉ. अनामिका मिश्रा तथा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
- स्वच्छता में चमका आगरा का नाम, आगरा विकास मंच ने किया महापौर एवं नगर आयुक्त का सम्मान - July 23, 2025
- “एक पेड़ माँ के नाम” — जयपुरिया कॉलोनी आगरा में सिंहवाहिनी संस्था ने किया वृक्षारोपण का भावपूर्ण आयोजन - July 19, 2025
- ब्रजभाषा काव्य मंच ने आगरा में पूर्वजों की स्मृति में लगाए पौधे, प्रकृति रक्षा का संकल्प - July 17, 2025