विराट ने बताया कि उस घटना के बाद मेरा सेलेक्शन नहीं हुआ और मैं बहुत रोया। सीख मिली कि सफल होने के लिए मुझे असाधारण बनना होगा।
New Delhi (Capital Of India)। विराट कोहली (Virat kohli) ने एक सफल क्रिकेटर Cricketer बनने के लिए काफी कड़ी मेहनत की है और ये अब भी जारी है। वैसे विराट कोहली ने अब तक अपने परिवार के बारे में कभी कुछ ज्यादा नहीं बोला और ना ही इसके बारे में बात की, लेकिन उन्होंने अपने दोस्त और भारतीय टीम के बेहतरीन फुटबॉलर (Foot baller) सुनील छेत्री से बात करते हुए कहा कि एक बार उनके पिता (प्रेम) से दिल्ली (Delhi) की टीम में उनके (विराट) सेलेक्शन (Selection in cricket team) के लिए रिश्वत (Bribe) मांगी गई और उन्होंने इसके लिए साफ तौर पर मना कर दिया।
अधिकारी ने की रिश्वत की मांग
31 साल के विराट कोहली ने कहा कि उनके पास टीम में एक रेगुलर खिलाड़ी के तौर पर खेलने का मौका था। लेकिन वो चयन के मापदंड पर खरे नहीं उतर पा रहे थे। लेकिन एक अधिकारी ने उनके थोड़ा अतिरिक्त यानी रिश्वत की मांग की ताकि वो मुझे टीम में शामिल कर ले। हालांकि मेरे पिता ने रिश्वत देने से साफ मना कर दिया और कहा कि मेरा बेटा सिर्फ मैरिट पर ही खेलेगा।
रिश्वत दे दें तो सेलेक्शन पक्की
विराट ने कहा कि मेरे घरेलू राज्य दिल्ली में कई बार ऐसी चीजें होती हैं जो सही नहीं है। खिलाड़ी का टीम में चयन को लेकर कई बार नियमों का पालन नहीं किया जाता है। मेरे पिता ये भी यही कहा गया था कि मुझमें टीम में सेलेक्ट होने की क्षमता है, लेकिन अगर आप थोड़ी सी रिश्वत दे दें तो सेलेक्शन पक्की हो जाएगी।
योग्यता के आधार पर करें सेलेक्ट
विराट ने बताया कि मेरे पिता मध्यमवर्ग से ताल्लुक रखने वाले ईमानदार इंसान थे जिन्होंने एक सफल वकील बनने के लिए कड़ी मेहनत की थी। हालांकि वो लिटिल एक्स्ट्रा यानी थोड़ा ज्यादा का मतबल भी नहीं समझ पाए थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि अगर विराट को आप टीम में सेलेक्ट करना चाहते हैं तो सिर्फ उनकी योग्यता के आधार पर करें, मैं आपको कुछ भी एक्स्ट्रा नहीं दूंगा।
सेलेक्शन नहीं होने पर रोए थे विराट कोहली
उन्होंने कहा कि मैं अपने पिता को उनके रिटायरमेंट के बाद एक आरामदायक जीवन देना चाहता था। लेकिन मैं ऐसा नहीं कर पाया जिसका मुझे बहुत अफसोस है। मैं ये सोचकर भावुक हो जाता हूं। विराट ने बताया कि उस घटना के बाद मेरा सेलेक्शन नहीं हुआ और मैं बहुत रोया। लेकिन इस घटना से मुझे सीख मिली कि सफल होने के लिए मुझे असाधारण बनना होगा। मैंने जो कुछ भी हासिल किया वो मेरा अपना प्रयास और कड़ी मेहनत का नतीजा है।