Fatehpur sikri assembly

UP Election 2022: 91-फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीटः दो बार टूट चुका है जाटों का तिलिस्म, चौ. बाबूलाल के आने से रोचकता बढ़ी

Election POLITICS REGIONAL

डॉ. भानु प्रताप सिंह

Agra, Uttar Pradesh, India. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में 91-फतेहपुर सीकरी विधानसभा सीट ऐतिहासिक है। मुगल शासक अकबर ने फतेहपुर सीकरी को अपनी राजधानी बनाया था। यहीं पर विश्व का सबसे बड़ा दरवाजा बुलंद दरवाजा है। फतेहपुर सीकरी किला है, जिसे देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक आते हैं। चौधरी उदयभान सिंह 2014 में फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट पर टिकट के मजबूत दावेदर थे। लोकसभा चुनाव में उनके स्थान पर चौधरी बाबूलाल को टिकट दिया गया। 2017 में भाजपा ने चौधरी उदयभान सिंह को टिकट दिया पर दांव लगाया और उन्होंने शानदार जीत दर्ज की। पार्टी ने चौ. उदयभान सिंह को सरकार में मंत्री भी बनाया लेकिन टिकट काट दिया। 2022 में पूर्व सांसद चौधरी बाबूलाल को टिकट दिया है। इसका खासा विरोध हो रहा है। चौ. बाबूलाल विरोधियों को मनाते घूम रहे हैं। अगर विरोधी गैर जाट का नारा लगा दे तो बाबूलाल के समक्ष मुश्किल हो सकती है। जाटों का तिलिस्म दो बार टूट चुका है।

फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र में ओबीसी वोटरों की संख्या ज्यादा है। यह जाट बाहुल्य सीट मानी जाती है। खास बात यह है कि यहां से 1977 के बाद से 2002 तक जाट उम्मीदवारों को ही जीत मिली। 2007 में बसपा के सूरजपाल सिंह ने अपना दल से चुनाव लड़ते हुए जीत दर्ज किए। 2012 में यूपी में सपा की आंधी चल रही थी, उस दौर में इस सीट पर बसपा उम्मीदवार ठाकुर सूरज पाल सिंह ने जीत दर्ज की। उनके सामने दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी राजकुमार चाहर रहे। श्री चाहर इस समय फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से भाजपा के सांसद हैं।

जाट मतदाताओं की अपने उम्मीदवारों के प्रति राय बदलती नहीं है। इस विधानसभा के जाट मतदाता हमेशा से ही अपने जाती के ही प्रत्याशी को वोट देते आए हैं।  हालांकि जब इस सीट से एक ही जाति के दो प्रत्याशी खड़े हो जाते हैं तो जाटों का वोट बँट जाता है। ब्राह्मणों का झुकाव पिछले दो विधानसभा चुनाव (2007,2012) में बसपा की ओर रहा था। 2017 के विधानसभा में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया। जाट, ब्राह्मण, जाटव, ठाकुर, मुस्लिम, यादव, लोधी राजपूत चुनाव को प्रभावित करते हैं।

2017 का चुनाव परिणाम

फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र में 2017 विधानसभा चुनाव के दौरान कुल 338269 मतदाता थे। कुल वैध मतों की संख्या 229371 थी. इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार चौधरी उदयभान सिंह विधायक बने। उन्हें कुल 108586 वोट मिले। बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार सूरजपाल सिंह कुल 56249 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। उनको 52337 मतों से हार का सामना करना पड़ा.

किसको कितने वोट मिले
चौधरी उदयभान सिंह, भाजपा- 106747
सूरजपाल सिंह, बसपा- 55863
बृजेश कुमार चाहर, रालोद- 37573
लाल सिंह लोधी, सपा- 21698

2022 में मतदाता

पुरुष मतदाता 191968

महिला मतदाता 164026

किन्नर मतदाता 04

कुल मतदाता 355998

 

पांच साल में बढ़े मतदाता

पुरुष 8699

महिला 10067

कुल 18764

 

18-19 साल के नए मतदाता

5061

 


मतदान की तारीख: गुरुवार, 10 फरवरी 2022

मतगणना की तारीख: गुरुवार, 10 मार्च 2022

 

किस चुनाव में कौन जीता
वर्ष        नाम              पार्टी
1957   स्वामी विश्ववर्धन  प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
1962    चम्पावती         कांग्रेस
1967   आर सिंह          भारतीय जनसंघ
1969   रघुनाथ सिंह        भारतीय क्रांति दल
1974    चम्पावती          कांग्रेस
1977    बदन सिंह          जनता पार्टी
1980    बदन सिंह          जनता
1985     बदन सिंह          लोकदल
1989    बदन सिंह          जनता दल
1991     उम्मेद सिंह         बीजेपी
1996    चौ. बाबूलाल        निर्दलीय
2002    चौ. बाबूलाल        लोकदल
2007    सूरजपाल सिंह       अपना दल
2012    सूरजपाल सिंह      बीएसपी
2017  चौधरी उदयभान सिंह भाजपा

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Dr. Bhanu Pratap Singh