भारत में किसानों के मुद्दे पर बिना मांगी सलाह देने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने राजधानी ओटावा में 50 हजार ट्रक चालकों की ओर से किए जा रहे प्रदर्शन पर चुप्पी तोड़ी है। कनाडा के पीएम ने कहा कि ये ट्रक चालक ‘घृणा से भरे भाषण’ दे रहे हैं और इस वजह से वह ‘फ्रीडम कॉनवॉय’ से मुलाकात नहीं करेंगे। कोरोना पॉजिटिव हो गए ट्रूडो ने कहा कि इन ट्रक वालों से मिलने की बजाय वह ब्लैक लाइव्स मैटर आंदोलन के लोगों से मुलाकात करना पसंद करेंगे।
ट्रूडो ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, ‘पिछले कुछ दिनों से कनाडा के लोग स्तब्ध हैं और ईमानदारी से कहूं तो राष्ट्रीय राजधानी में किए जा रहे प्रदर्शन में कुछ लोगों के व्यवहार से वे घृणा करने लगे हैं।’ कनाडा के पीएम से जब यह पूछा गया कि कब वह प्रदर्शनकारियों से मिलने जा रहे हैं तो ट्रूडो ने कहा कि उनकी ऐसे किसी प्रदर्शन में जाने की इच्छा नहीं है जहां घृणाभरे भाषण दिए जा रहे हैं और अपने ही देश के नागरिकों के साथ हिंसा की जा रही है।
ट्रूडो ने ट्रक चालकों को ‘मुट्ठीभर अराजक तत्वों का झुंड’ करार दिया
जस्टिन ट्रूडो ने सफाई दी कि वह निजी रूप से कई प्रदर्शनों में शामिल हुए हैं, जब वह प्रदर्शनकारियों के लक्ष्य से सहमत हुए हैं। इसमें ब्लैक लाइव्स मैटर शामिल है। हालांकि उन्होंने ट्रक चालकों की असहमति को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि ये ट्रक चालक न केवल विज्ञान का असम्मान कर रहे हैं, बल्कि अग्रिम मोर्चे पर तैनात हेल्थ वर्कर्स का भी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि करीब 90 फीसदी ट्रक चालक सही काम कर रहे हैं और कनाडा के लोगों के लिए उनकी टेबल पर खाना पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
इससे पहले इन ट्रक चालकों को जस्टिन ट्रूडो ने ‘मुट्ठीभर अराजक तत्वों का झुंड’ करार दिया था। उन्होंने संसद के पास नाजी झंडा फहराने की भी आलोचना की। इस बीच यह प्रदर्शन लगातार और बढ़ता जा रहा है। हजारों की तादाद में ट्रक चालक अल्बार्टा में जमा हो रहे हैं और कनाडा और अमेरिका के बीच रास्ते को जाम कर रहे हैं। करीब 20 हजार ट्रकों के इस काफिले को प्रदर्शनकारियों ने ‘फ्रीडम कॉनवॉय’ नाम दिया है। बताया जा रहा है कि यह एक जगह पर ट्रकों का दुनिया का सबसे बड़ा जमावड़ा है।
प्रदर्शनकारियों की भीड़ के सामने लाचार नजर आ रही पुलिस
खबरें के मुताबिक पूरे कनाडा से करीब एक सप्ताह की लंबी यात्रा करने के बाद ये विशालकाय ट्रक राजधानी ओटावा पहुंचे हैं। ये लोग कोरोना वैक्सीन को अनिवार्य किए जाने और कोविड प्रतिबंधों का जोरदार विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शन के आयोजकों ने जोर देकर कहा है कि यह आंदोलन शांतिपूर्ण होगा लेकिन इतनी भीड़ के सामने लाचार नजर आ रही पुलिस ने कहा है कि वे इस संकट के लिए तैयार नहीं हैं।
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