संदेशखाली मामले में TMC नेता अजित माइती गिरफ्तार, शाहजहां शेख़ के भाई पर FIR

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पश्चिम बंगाल के 24 उत्तर परगना का संदेशखाली गांव इस महीने के पहले सप्ताह से ही सुर्खियों में छाया है. यहां की महिलाओं का आरोप है कि टीएमसी के नेता और उनके सहयोगियों ने उनका यौन शोषण किया और ज़मीन हड़पी.

इस मामले में पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के एक स्थानीय नेता अजित माइती को सोमवार सुबह गिरफ्तार कर लिया.

इस मामले में गिरफ्तार होने वाले माइती तृणमूल कांग्रेस के तीसरे नेता हैं. अब तक पुलिस ने मुख्य अभियुक्त शाहजहां शेख़ को गिरफ्तार नहीं किया है. शेख फरार हैं.

पुलिस ने मुख्य अभियुक्त शाहजहां शेख के भाई सिराजुद्दीन के खिलाफ दर्जनों शिकायत के बाद उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है. पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी.

पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने उनके खिलाफ़ जमीन पर अवैध कब्ज़े का आरोप लगाते हुए शनिवार को उन्हें मारने के लिए दौड़ा लिया था. अपनी जान बचाने के लिए वह करीब साढ़े चार घंटे तक एक पड़ोसी के घर में छिपे रहे. शाम को पुलिस उन्हें सुरक्षित निकाल कर मिनाखां थाने ले गई. वहां रात भर चली पूछताछ के बाद उन्हें सुबह गिरफ्तार कर लिया गया

सिराजुद्दीन के ख़िलाफ़ लोगों को डरा-धमका कर खेती की जमीन पर अवैध कब्जे की 70 से ज्यादा शिकायतें पुलिस को मिली थीं.

बेड़मजूर इलाके में महिलाओं का प्रदर्शन तेज होने के कारण नए सिरे से तनाव फैल गया है. स्थानीय लोगों ने तृणमूल कांग्रेस नेता हालदार आड़ी के घर के सामने प्रदर्शन किया और उनके पुआल के गोदाम में आग लगा दी.

इससे पहले इलाके में महिलाओं का विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद पुलिस ने तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेता उत्तम सर्दार को गिरफ्तार किया था.

उसके बाद शाहजहां शेख के करीबी शिव प्रसाद उर्फ शिबू हाजरा को भी गिरफ्तार किया जा चुका है. शिबू पर यौन उत्पीड़न और हत्या के प्रयास का भी आरोप है.

दूसरी ओर, बीजेपी ने संदेशखाली की घटना के विरोध में सोमवार से कोलकाता में महात्मा गांधी के प्रतिमा के नीचे तीन दिनों तक धरने की योजना बनाई थी. लेकिन पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी है. इसके विरोध में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कलकत्ता हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.

पुलिस ने लोगों की शिकायतें दर्ज करने के लिए इलाके में विभिन्न स्थानों पर अस्थायी शिविर लगाए हैं. सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन शिविरों में अब तक तेरह सौ से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुई हैं.

-एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh