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फन्नी ढाबा कवि सम्मेलन में रामरस, देशरस, हास्यरस का तूफान, डॉ. रुचि चतुर्वेदी और मनवीर ‘मधुर’ को मिला अतिशय सम्मान

Agra, Uttar Pradesh, India. गीतकार गोपालदास नीरज का एक दोहा देखिए- आत्मा के सौंदर्य का शब्द रूप है काव्य, मानव होना भाग्य है कवि होना सौभाग्य। वाकई कवि होना सौभाग्य है। एक से एक धांसू लोग नीचे बैठते हैं और कवि मंच पर होते हैं। सब चुप रहते हैं और कवि बोलते हैं। जिन्दाबाद के […]

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फन्नी ढाबा कवि सम्मेलन आज, तीन घंटे खिलखिलाने का मौका हाथ से न जाने दें

Agra, Uttar Pradesh, India. उत्तर प्रदेश में आगरा के कॉमेडियन डॉ. अनुज त्यागी फन्नी ढाबा कवि सम्मेलन करा रहे हैं। तारीख है छह मार्च, 2021। स्थान है जेपी सभागार, खंदारी परिसर, डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा। समय है- शाम सात से रात्रि 10 बजे तक। आपको खुलकर हँसना हो तो जरूर आवें। यह ऐसा कवि […]

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खुलकर हँसना है तो जरूर आइए फन्नी ढाबा कवि सम्मेलन में छह मार्च को

Agra, Uttar Pradesh, India. उत्तर प्रदेश में आगरा के कॉमेडियन डॉ. अनुज त्यागी फन्नी ढाबा कवि सम्मेलन करा रहे हैं। तारीख है छह मार्च, 2021। स्थान है जेपी सभागार, खंदारी परिसर, डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा। समय है- शाम सात से रात्रि 10 बजे तक। आपको खुलकर हँसना हो तो जरूर आवें। यह ऐसा कवि […]

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हिन्दी तेरे दर्द की कौन करे परवाह, अंग्रेजी चलती सालभर हिन्दी एक सप्ताह…

Agra, Uttar Pradesh, India। आगरा महानगर लेखिका समिति की तीसरी ऑनलाइन काव्य-गोष्ठी का आयोजन शनिवार को किया गया। काव्य-गोष्ठी में कवयित्रियों ने ‘हिन्दी भाषा’ एवं ‘प्राकृतिक सौन्दर्य’ पर काव्य-पाठ किया।  काव्य-गोष्ठी का उद्घाटन महासचिव डॉ0 मधु भारद्वाज द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया गया।  सरस्वती वंदना श्रीमती मीरा परिहार […]

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हिन्दी दिवस पर हिन्दी की शान में 16 कविताएं, जरूर पढ़िए

आगरा। आज 14 सितम्बर है। हिन्दी दिवस है। हिन्दी के प्रति कृतज्ञता प्रकट करने का दिन है। हमारी हिन्दी सिरमौर बन रही है। सोशल मीडिया पर हिन्दी सबसे आगे है। वॉट्सऐप पर साहित्यकार कुंवर अनुराग ने एक समूह बनाया है- N.W.C.F.- मुख्य पटल। इसमें देशभर के साहित्यकार हैं। हिन्दी दिवस पर आज खूब लिख रहे […]

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हिन्दी दिवस पर ऑनलाइन अंतरविद्यालयी बाल कवि सम्मेलन, देखें विजेताओं की सूची

प्रतियोगिता में भाग लेना हार-जीत से बड़ी बात, प्रतिभागिता से आत्मविश्वास में वृद्धिः डॉ. सुशील गुप्ता Agra, Uttar Pradesh, India. हिन्दी भाषा के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से, छात्रों में छिपी रचनात्मक प्रतिभा को उभारने तथा आपसी सौहार्द विकसित करने हेतु हर वर्ष की भाँति प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में अंतर्विद्यालयी बाल […]

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मजहब है मुख़्तलिफ ये बता कर चले गये..

रोते रहे खुद, मुझको हँसा कर चले गये- काफ़िर से अपना दिल वो लगाकर चले गये। पूछा जो उनसे घर का पता मैंने दोस्तो- हौश अपना कूं-ए-यार बता कर चले गये। तारीक में वो शम्मा जला कर चले गये- मैं रूठी और वो मुझको मना कर चले गये। ग़ाफ़िल थी जिनके इश्क को लेकर मैं […]

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rakshita singh

जीवित हो गयीं हूँ मैं, तुम्हारे स्पर्श से…

मैं संग चल दी उनके, मेरा मन यहीं रह गया… उन्होंने दिखाये होंगे हजारों ख्वाब, पर इन आँखों में रौशनी कहाँ थी !! कितने ही गीत सुनाये होंगे उन्होंने, पर इन कानों के पट तो बंद हो चुके थे !! उनके सवालों का, जवाब भी ना दे पायी थी मैं…. क्योंकि इन होठों पे, तुम्हारा […]

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रक्षिता सिंह की इस कविता का आनंद अंत में आएगा, दिमाग चकरा जाएगा

इक आवारा तितली सी मैं उड़ती फिरती थी सड़कों पे… दौड़ा करती थी राहों पे इक चंचल हिरनी के जैसे … इक कदम यहाँ इक कदम वहाँ बेपरवाह घूमा करती थी… कर उछल कूद ऊँचे वृक्षों के पत्ते चूमा करती थी… चलते चलते यूँ ही लब पर जो गीत मधुर आ जाता था… बदरंग हवाओं […]

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टीवी जग्गी की ये कविता जरूर पढ़िए

मजबूरियों के मुसाफिर जिंदगी के सफर में, फांके के दिनों में लम्बी सी डगर पैदल ही नपेगी, वीरान पड़ रही बस्ती काम हो गये बंद. उखड़ गया है ठेल ढकेल का संग, गुमराह शहर की रौनक भूल गई है रंग. याद आ रहा फिर से वो मेरा अपनों वाला गांव, आपाधापी खूब मची है, चलने […]

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