Hindu dharma rakshak veer gokula jat

National Book Fair Agra 2023 में पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह की पुस्तक ‘हिन्दू धर्म रक्षक वीर गोकुला जाट’ की चर्चा

जाने-माने बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राकेश भाटिया ने ‘क्या है फतेहपुर सीकरी का रहस्य’ पुस्तक को सराहा Live Story Time Agra, Uttar Pradesh, India. National Book Fair Agra 2023 में वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह द्वारा रचित पुस्तक ‘हिन्दू धर्म रक्षक वीर गोकुला जाट’ की चर्चा हो रही है। निखिल पब्लिशर्स एंड डिस्ट्रीब्यूटर्स आगरा […]

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National Book Fair Agra 2023 में आगरा के प्रसिद्ध तीन चिकित्सकों का सम्मान

Live Story Time Agra, Uttar Pradesh, India. राष्ट्रीय पुस्तक मेला 2023 एवं साहित्यिक उत्सव के पांचवें दिन जीआईसी ग्राउंड में कई कार्यक्रम हुए। पहले सत्र में साहित्यिक मंच पर बच्चों ने कई प्रस्तुतियां देकर दर्शकों की जमकर तालियां बटोरीं। विभिन्न संस्थाओं के बच्चों ने प्रस्तुतियों के बाद पुस्तक मेले का अवलोकन कर कई पुस्तकों के […]

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Dr bhanu pratap singh journalist agra

5th Global Taj International Film Festival वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह समेत 20 जनों को विशिष्ट सम्मान, पढ़िए किसने क्या कहा

हवा के पर कतरना आ गया है,दीयों को जंग करना आ गया है, जिन्हें मुश्किल था पेट भरना, उन्हें बंदूक भरना आ गया है Dr. Bhanu Pratap singh ‘Chapauta’ Live Story Time Agra, Uttar Pradesh, Bharat, India. ताजमहल के शहर आगरा में 5th Global Taj International Film Festival 3, 4, 5 नवम्बर, 2023 को हुआ। […]

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dr bhanu pratap singh journalist

‘जिसे विश्व पटल पर होना चाहिए वह आगरा की सड़कों पर चप्पलें घिस रहा’, जी हां, यह कहानी आगरा के साहित्यकार रमेश अधीर की है

22 साल की आयु में 1978 में लिखा उपन्यास ‘मुझे मर जाने दो’ 2017 में प्रकाशित हो सका रोचक है इसकी कहानी, लगता है रमेश अधीर की है प्रेम कहानी, लेखनी न बेची तो गरीब ही रहे डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time Agra, Uttar Pradesh, India. साहित्यकार श्री रमेश अधीर पिछले दिनों एक […]

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मां, मृत्यु, ठाँव और छाँव, छलांग, खारी नदी, संवेदना का पतझड़, बोलता अग्रोहा और कवि रमेश अधीर

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time आगरा के कवि, लेखक, कथाकार, नाटककार, उपन्यासकार रमेश अधीर पिछले दिनों मेरे आवास पर आए और कई पुस्तकें भेंट कीं। इनमें मुख्य रूप से  मां, मृत्यु, ठाँव और छाँव, छलांग, खारी नदी, संवेदना का पतझड़, बोलता अग्रोहा का उल्लेख करना चाहूँगा। एक से बढ़कर एक पुस्तकें हैं। बोलता […]

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पत्रकार और रंगकर्मी अनिल शुक्ल का Interview by Dr Bhanu Pratap Singh, जानिए कैसी है निजी जिन्दगी, बताया Secret of Success, देखें वीडियो

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time आगरा के अनिल शुक्ल पत्रकारों और नाट्यकर्मियों के लिए जीती-जागती मिसाल हैं। सप्ताह में दो बार डायलिसिस कराते हैं, लेकिन गजब के सक्रिय हैं। उत्तर प्रदेश में नुक्कड़ नाटक की शुरुआत अनिल शुक्ल ने की। नाटक में कथा वाचन शैली का प्रादुर्भाव किया। मृत हो गई आगरा की […]

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डॉ. भानु प्रताप सिंह पत्रकार

अंतरराष्ट्रीय वेबिनार में वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह ने कहा- अकबर से पूर्व फतेहपुर सीकरी जैन धर्म का प्रमुख केन्द्र थी

‘भारतीय संस्कृति के विकास में जैन धर्म का योगदान’ विषयक वेबिनार में देश-विदेश के जैन विद्वानों ने लिया भाग नए दौर के अनुसार डाक्युमेन्ट्री, वीडियोज बनाकर सोशल मीडिया पर प्रचार- प्रसार करें-डॉ. प्रभाकिरण जैन Live Story Time लखनऊ। ‘भारतीय संस्कृति के विकास में जैन धर्म का योगदान’ विषयक अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन 15 जुलाई, 2023 […]

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डॉ. भानु प्रताप सिंह आगरा पत्रकार

महाराजा अग्रसेन का असली जीवन जानना है तो रमेश अधीर का ऐतिहासिक महाकाव्य ‘अग्रपथी’ पढ़िए

डॉ. भानु प्रताप सिंह Live Story Time Agra, Uttar Pradesh, India. क्या आप रमेश चन्द अग्रवाल ‘अधीर’ को जानते हैं। अरे वही रमेश अधीर। कवि रमेश अधीर। कविता लिखना कोई बड़ी बात नहीं है। बड़ी बात है अर्थपूर्ण कविता लिखना। विद्वानों को मानसिक खुराक देना। ऐसा लिख जाना जो संदर्भ ग्रंथ बन सके। यही तो […]

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dr bhanu pratap singh agra

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. आशु रानी का SPJIM में MBA के पुरातन विद्यार्थियों के साथ Happiest Sunday, जानिए कैसे, देखें वीडियो और तस्वीरें

कुलपति ने कहा- हमेशा बच्चा बने रहें, संस्थान के बेहतरी के लिए फीडबैक दें निदेशक प्रो. बृजेश रावत ने कहा- 36 साल की सेवा में आज का दिन यादगार क्लास में देर से आना, फिर नए-नए बहाने बनाना, इन बहानों पर किसी छात्र द्वारा चुटकी लेना, उसकी बात को झुठलाना.. टूर पर ले जाने के […]

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‘चिनहट 1857’ के लोकार्पण के लोकार्पण में प्रो. रामवीर सिंह ने कहा- यदि 1857 न होता तो 1947 भी न हो पाता

लखनऊ विद्रोह पर राजगोपाल सिंह वर्मा की पुस्तक ‘चिनहट 1857’ के लोकार्पण और संवाद कार्यक्रम में वक्ताओं ने रखे विचार इतिहास केवल पढ़ने  से ही हासिल नहीं होता, उसे अर्जित करना पड़ता हैः प्रो. जगदीश्वर चतुर्वेदी 1857 में लखनऊ की रेजीडेंसी में ईस्ट इंडिया कंपनी को मिली पराजय ने अंग्रेजों को नए सिरे से छावनियां […]

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