बुजुर्ग मरीजों के उपचार के लिए जिला अस्पताल में बनेगा अलग वार्ड : सीएमएस

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Noida (Uttar Pradesh, India) बुजुर्ग मरीजों के बेहतर इलाज के लिए सेक्टर 30 स्थित जिला अस्पताल में जल्द ही अलग से वार्ड तैयार किया जाएगा। दस बेड का यह वार्ड अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। वार्ड में सभी बेड भी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। मरीजों की देखभाल एवं हर प्रकार की मदद करने के लिए दो सहायकों की नियुक्ति भी की जाएगी। जिला अस्पताल में अलग से वार्ड बनाने के लिए जल्द ही स्थान का चयन किया जाएगा। शासन स्तर से जिला अस्पताल को जेरियाट्रिक वार्ड बनाने की अनुमति भी मिल चुकी है। इस वार्ड में बुजुर्गों को होने वाली सभी गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाएगा।

जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ वीबी ढाका ने बताया जिला अस्पताल में जल्द ही जेरियाट्रिक वार्ड तैयार किया जाएगा। बुजुर्गों को हृदयघात, पक्षाघात, शुगर, गठिया जैसी बीमारियां होने की ज्यादा आशंका रहती है। उनके इलाज की समुचित व्यवस्था जेरियाट्रिक वार्ड में होगी। वार्ड में उपचार और देखभाल के लिए अलग से स्टाफ रखा जाएगा, जिन्हें बुजुर्गों की देखभाल करने का अनुभव होगा। इस वार्ड में 60 साल से ऊपर के मरीजों के इलाज और उनकी देखभाल की व्यवस्था होगी।

पल्स ऑक्सीमीटर और फिजियोथेरेपी की भी होगी सुविधा

डॉ ढाका ने बताया यहां मरीजों की सुविधा के लिए प्रत्येक बेड पर पल्स ऑक्सीमीटर भी लगाया जाएगा। ताकि उनकी समय-समय पर जांच होती रहे और बुजुर्गों की तबीयत में किस हद तक सुधार हो रहा है, उसकी भी जानकारी मिलती रहे। इसके साथ ही बुजुर्गों की सुविधा के लिए फिजियोथेरेपी समेत कई सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी।

गौरतलब है कि जिला अस्पताल में बुजुर्ग मरीजों के लिए अलग कोई वार्ड नहीं है। ऐसे में अभी तक सभी बुजुर्ग मरीजों को इमरजेंसी, सर्जिकल, आर्थोपेडिक और जनरल वार्डों में भर्ती किया जाता है। वार्ड बनने से बुजुर्गों का इलाज शांतिपूर्ण माहौल में बेहतर तरीके से हो सकेगा। बुजुर्गों को पूरा आराम मिल सके और किसी भी तरह की कोई असुविधा न हो इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।