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बाबा कालीदास ने 47 साल से अन्न-जल ग्रहण नहीं किया, 2007 से करा रहे विश्व शांति महायज्ञ

NATIONAL PRESS RELEASE RELIGION/ CULTURE

यज्ञ करने से बारिश होती है, एकता और अखंडता बनी रहती है

Rohtak (Haryana, India). क्या आप बाबा कालीदास को जानते हैं। वैसे तो बाबा जग प्रसिद्ध हैं, फिर भी अगर आप नहीं जानते हैं तो हम बता रहे हैं कि बाबा कालीदास कौन हैं। बाबा अनेक मायनों में निराले हैं। प्रधानमंत्री और अनेक राज्यों के मुख्यमंत्री बाबा से आशीर्वाद लेने आते रहते हैं। यह तो सामान्य बात है। हम जो बात आपको बताने जा रहे हैं, वह अनोखी है। बाबा कालीदास ने 47 साल से अन्न-जल ग्रहण नहीं किया है। वे वर्ष 2007 से विश्व शांति अखंड महायज्ञ करा रहे हैं। ऐसी व्यवस्था की गई है कि यह यज्ञ चौबीसो घंटा चलता है। बाबा का संकल्प है कि जब तक वे जीवित हैं, तब तक यज्ञ चलता रहेगा। उनका दावा है कि इससे विश्व में शांति आएगी। आसुरी शक्तियों का विनाश होगा। भारत के साथ संपूर्ण विश्व में इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है।

कहां हो रहा यज्ञ

यह यज्ञ दिल्ली-रोहतक मार्ग पर श्री शिव शक्ति बाबा कालीदास धाम सांपला (जिला रोहतक, हरियाणा) में हो रहा है। यहीं पर बाबा कालीदास विराजते हैं। बाबा कालीदास का पूरा नाम है- श्री श्री 1008 बाबा कालीदास कृष्णानंद परमहंस जी महाराज। भक्तों के बीच वे बाबा कालीदास के नाम से प्रसिद्ध हैं। वे कठोर साधना करन वाले हिन्दू धर्म के रक्षक हैं। साधारण मानव की तरह रहते हैं। भक्तों का कहना है कि बाबा में अपार शक्ति है। हर किसी के कल्याण की कामना करते हैं।

कैसे होता है

विश्व शांति अखंड महायज्ञ हर समय चलता रहता है। बाबा कालीदास ने बताया यज्ञ में आहुति देने के लिए हर चार  घंटे पर पंडित बदल-बदल कर बैठते हैं। यज्ञ करने से विश्व में शांति होती है। यज्ञ करने से बारिश होती है। एकता और अखंडता बनी रहती है।

नहीं लेते अन्न और जल

बाबा कालीदास के परमभक्त मुकेश सक्सेना  ने बताया कि बाबा कालीदास रात में एक बजे उठ कर मां काली की विशेष पूजा अर्चना करते हैं। इसी कारण उनका नाम कालीदास पड़ गया है। फिर प्रातः पांच  बजे तक आश्रम से बाहर आकर मंदिरों में भगवान की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक करते हैं। बाबा ने पिछले 47 सालों से अन्न और जल छोड़ रखा है। दिन में दो  बार नारियल का पानी पीते हैं। श्री शिव शक्ति बाबा कालिदास धाम आश्रम में जो भी आता है, उसकी सारी मनोकामना पूरी होती हैं। गरीब हो या अमीर हो, बाबा कालिदास का आशीर्वाद लेने के लिए बड़े से बड़े लोगों की लाइन लगी रहती है।