राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने स्वतंत्रता दिवस के मौक़े पर नागपुर स्थित मुख्यालय पर तिरंगा फहराया और भारत माता की तस्वीर पर माल्यार्पण भी किया.
मोहन भागवत ने कहा कि 15 अगस्त को हमें जो आज़ादी मिली उसके लिए कई लोगों ने अनेक काम किए
उनके अनुसार, ‘‘यदि हम 1857 के बाद देखें तो सशस्त्र संघर्ष, राजनीतिक जागरुकता लाकर आंदोलन करके, सामजिक बुराइयों को दूर करके समाज को संगठित करके और समाज में देशभक्ति का भाव पैदा करके इन चारों रास्तों पर अनेक लोगों ने अपना सब कुछ देकर काम किया है.”
बताया तिरंगा के तीनों रंगों का महत्व
इस अवसर पर उन्होंने देश के सभी नागरिकों को हार्दिक शुभकामनाएँ देते हुए तिरंगा के तीनों रंगों के महत्व को समझाया है.
उन्होंने कहा- राष्ट्र ध्वज के शीर्ष पर स्थित रंग को हम केसरिया कहते हैं, जो त्याग, कर्म, प्रकाश और ज्ञान का रंग है. वहीं हम पवित्र बनेंगे, हमारा मन विकारों से ग्रस्त नहीं होगा, इसके लिए दूसरा रंग सफेद है और सभी प्रकार की समृद्धि का रंग हरा, लक्ष्मी जी का प्रतीक है.
उन्होंने आगे कहा, ‘‘ऐसा हम धर्म का पालन करके ही कर सकते हैं, इसलिए ध्वज के केंद्र में धर्म चक्र है. इन बातों को समझकर हमें परिश्रम करना चाहिए. हमें ये नहीं सोचना चाहिए कि मुझे क्या मिलेगा. मैं अपने देश को क्या दे रहा हूँ, इसका विचार करके ही हमें अपना जीवन जीने की आवश्यकता है.’’
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