Agra, Uttar pradesh, India. जनपद के विकास खंड बिचपुरी के गांव सहारा निवासी रविन्द्र सोलंकी ने 21 साल बिस्तर पर रहने के बाद भी राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता है। रविन्द्र की इस उपलब्धि पर क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। वहीं किसी भी जनप्रतिनिधी एवं प्रशासनिक अधिकारी ने खिलाड़ी का कोई सम्मान नहीं किया है।
गांव सहारा निवासी रविन्द्र सोलंकी पुत्र हाकिम सिंह सोलंकी ने बताया है कि उसे पैरा एथलेटिक्स में काफी रुचि है। वर्ष 2000 में उसकी रीढ़ की हड्डी में टयूमर हो गया। दिल्ली के एम्स अस्पताल में छह जनवरी वर्ष 2000 इसका ऑपरेशन हुआ। वर्ष 2007 और 2014 में भी ऑपरेशन हो चुका है। ऑपरेशन के बाद से ही रविन्द्र का चलना बिल्कुल बंद हो गया। वह तब से बिस्तर पर ही है।
रविन्द्र ने बताया है उसने अपनी उम्मीद और उमंग को बरकरार रखते हुए 12 मार्च 2022 को गाजियाबाद में हुए राज्य स्तरीय पैरा एथलेटिक्स खेल में भाग लिया। रविन्द्र ने डिसकस में गोल्ड मेडल जीत लिया। 31 मार्च 2022 को भुवनेश्वर में शॉटपुट में सिल्वर मेडल प्राप्त किया है।
रविन्द्र ने कहा है कि उन्होंने बगैर किसी की मदद के इस उपलब्धि हो हासिल किया है। रविन्द्र की इस उपलब्धि पर क्षेत्र में खुशी की माहौल है। किसी भी सरकारी संस्था ने उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है। वहीं जनप्रतिनिधी व अधिकारियों ने भी खिलाड़ी का कोई सम्मान नहीं किया है। ग्रामीणों ने कहा है कि सरकारी संस्था आगे आकर पैरा प्लेयर की मदद एवं प्रोत्साहित करें तो यूपी से भी विश्व स्तरीय खिलाड़ी निकल सकते हैं।

रविन्द्र ने 21 साल बिस्तर पर रहने के बाद भी पैरा एथलेटिक्स में जीता गोल्ड
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