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MSME का आगरा पर्यटन एवं विरासत पर प्रबंधन विकास कार्यक्रम शुरू, कुलपति प्रो. आशु रानी ने कहा- टूरिज्म से आता है ज्ञान और शांति

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डॉ. भानु प्रताप सिंह

Agra, Uttar Pradesh, India. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपित प्रो. आशु रानी ने कहा है कि हमें समद्धि के साथ ज्ञान और शांति चाहिए। पर्यटन से ज्ञान और शांति आती है जो जीवन में बहुत जरूरी है। प्रो. आशु रानी एमएसएमई (लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रम आगरा कार्यालय, भारत सरकार) और आगरा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित आगरा पर्यटन एवं विरासत पर  प्रबंधन विकास कार्यक्रम (प्रशिक्षण) के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि के बतौर संबोधित कर रही थीं। यह कार्यक्रम 16 जनवरी तक विश्वविद्यालय के संस्कृति भवन में चलेगा। 30 युवा और युवतियां प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार संपादक डॉ. भानु प्रताप सिंह ने वीर गोकुला जाट और फतेहपुर सीकरी को नए संदर्भ में प्रस्तुत किया।

 

विश्वविद्यालय और एमएसएमई के साथ एमओयू हस्ताक्षरित हो

उन्होंने कहा- पर्यटकों से आपका संवाद होता हे। उनके हर सवाल का जवाब होना चाहिए। इसके लिए तकनीकी सत्र की जरूरत है। हर कोई सिद्धहस्त होना चाहता है, तकनीकी रूप से समृद्ध होना चाहिए। आपको अच्छा भविष्य बनाने के लिए इस तरह के कार्यक्रम होते हैं। गाइड के पीछे तो प्रधानमंत्री तक होता है। इसलिए आप बहुत महत्वपूर्ण हैं। हमें हर क्षेत्र में स्मार्ट बनना होगा। हर क्षेत्र में ज्ञान लेना चाहिए। इससे आप लोकप्रिय भी होंगे। मैं इटली गई थी, तो वहां की टूरिस्ट गाइड से आज तक संवाद हो रहा है। रणथम्भौर में अगर गाइड ने टाइगर दिखा दिया तो वह देवता है। बोझ मत लो अगर बोझ ले लिया तो सीखना बंद कर देंगे। प्रो. लवकुश मिश्रा बोझ कम करने में माहिर हैं। अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने प्रो. लवकुश मिश्रा से कहा कि पर्यटन प्रबंधन विकास कार्यक्रम में आगरा विश्वविद्यालय और एमएसएमई के साथ एमओयू हस्ताक्षरित किया जाए।

 

इस तरह के कार्यक्रम से जीवन में बदलाव

डॉ. बी. आर. आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के डीन प्रबंधन प्रो. लवकुश मिश्रा ने बताया कि यह कार्यक्रम एमएसएमई विकास कार्यालय आगरा एवं आईटीएचएम के संयुक्त प्रयास से किया जा रहा है। शैक्षणिक और ढांचागत सेवा का प्रबंधन संस्थान द्वारा किया जा रहा है। वि.वि. का यह पहला एमडीपी (मैनेजमेंट डवलमेंट प्रोग्राम) है। यह सिर्फ प्रमाणपत्र के लिए नहीं है। इस तरह के कार्यक्रम से जीवन में बदलाव आता है। जिन सभ्यताओं ने स्वयं को खुला रखा, उनका अस्तित्व बना रहा जैसे हमारी सनातन सभ्यता। बौद्ध धर्म में संगीतिका के माध्यम से प्रशिक्षण होता था। वैदिक काल में शास्त्रार्थ होता था। जो सभ्यताएं अपनी आलोचना सुनने के लिए तैयार रहती हैं, वे सुधार कर सकती हैं। जो आपने पढ़ा वह अल्टीमेट ज्ञान नहीं था। ज्ञान गतिमान होता है। प्रशिक्षण कार्यक्रम से आपके ज्ञान की समीक्षा होती है नए आलोक में। जब मैं पढ़ता था, तब सिर्फ मार्केटिंग हुआ करती थी और आज डिजिटल मार्केटिंग होती है। पहले सिर्फ एमबीए हुआ करता और आज अनेक नए विषय आ गए हैं, अगर हम समाज की चुनौतियों के लिए स्वयं को तैयार नहीं करेंगे तो सफल नहीं हो सकते हैं। इससे व्यक्तिगत जीवन के साथ प्रोफेशन भी अच्छा होता है।

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संबोधित करते प्रो, लवकुश मिश्रा। साथ हैं डॉ. मुकेश कुमार शर्मा, प्रो. यूएन शुक्ला, प्रो. बीडी शुक्ला, प्रदीप टमटा,सुशील कुमार यादव

भ्रमण के बड़े फायदे

विशिष्ट अतिथि संयुक्त निदेशक उत्तर प्रदेश पर्यटन अविनाश चन्द्र मिश्रा ने बताया कि पर्यटन क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्तियों का पर्यटक के साथ अच्छा व्यवहार रहना चाहिए जिससे पर्यटक अच्छी यादें लेकर जाए। कुलियों. टैक्सी, ऑटो ड्राइवरों सहित टूरिस्ट गाइडों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम हों क्योंकि पर्यटक सबसे पहले इन्हीं के सम्पर्क में आता है। भ्रमण करते समय दिमाग खुला रखें क्योंकि इसके अनुभव बड़े काम आते हैं। मैंने कई स्थलों का भ्रमण किया इसलिए सरकारी सेवा में चयनित हो सका क्योंकि पर्यटन मेरा विषय नहीं था।

 

हम धार रखने का काम कर रहे

संयुक्त निदेशक एमएसएमई विकास कार्यालय आगरा टी आर शर्मा ने कहा कि ज्ञान की सब जगह पूजा होती है। हमें जितना आता है, उससे आगे भी लोग जानते हैं। शिक्षार्थियों को अपने विषय में पारगंत बनने के लिए परिश्रम करना चाहिए। कुल्हाड़ी को निरंतर काम में लाने के लिए धार रखने की आवश्यकता होती है। हम वही काम कर रहे हैं। विश्व में परिवर्तन के हिसाब से तैयार कर रहे हैं। हर देश का अलग यूएसपी है। अमेरिकन से आंख में आँख डालकर बात करनी है, जापानी नीचे देखकर बात करते हैं, फ्रांस के व्यक्ति को इतिहास में रुचि है और जर्मन बहुत  सूक्ष्म स्तर पर देखते हैं। हमें जब यह जानकारी होगी तो अच्छे परिणाम दे पाएंगे।

 

आगरा पर्यटन हित में उत्तम बनाने का उद्देश्य

एमएसएमई के सहायक निदेशक ग्रेड 1 डॉ. मुकेश शर्मा (आईईएस) ने अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने बताया कि एमएसएमई विकास कार्यालय आगरा द्वारा इस प्रकार का यह पहला प्रशिक्षण है जो आगरा पर्यटन क्षेत्र में कार्यरत एवं इच्छुक प्रोफेशनल को बेहतर जानकारी प्रदान कर उनके कार्य को आगरा पर्यटन हित में उत्तम बना सकता है|

 

 उल्लेखनीय उपस्थिति

कार्यक्रम में प्रो. यू. एन. शुक्ला,  प्रो. वी. डी. शुक्ला, सहायक रजिस्ट्रार अनूप केसरवानी, यू पी राज्य टूरिस्ट गाइड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक दान, वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भानु प्रताप सिंह, भारत पर्यटन सूचना अधिकारी हरीश चंद्रा, उत्तर प्रदेश पर्यटन सूचना अधिकारी प्रदीप टमटा की उपस्थिति रही। धन्यवाद ज्ञापन एमएसएमई विकास कार्यालय आगरा के क्लस्टर विकास अधिकारी सुशील कुमार यादव ने दिया। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम आगरा के पर्यटन को और समृद्ध करेगा।

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Dr. Bhanu Pratap Singh