कोरोना के कारण 4.5 लाख वित्तविहीन शिक्षकों के सामने आर्थिक संकट
इनके लिए अपना 6 साल का वेतन और विधायक निधि देने को तैयार
Agra, Uttar Pradesh, India. आगरा खंड शिक्षक निर्वाचन सीट से निर्दलीय विधान परिषद सदस्य डॉ. आकाश अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश सरकार को अनूठा प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा- यूपी बोर्ड के लगभग 20 हजार वित्तविहीन विद्यालयों के साढ़े चार लाख वित्तविहीन शिक्षकों को वेतन दो। अगर सरकार को आवश्यकता पड़े तो सरकार मेरे 6 साल के समस्त वेतन और 6 साल की विधायक निधि का प्रयोग भी कर सकती है। मैं इसके लिए सहर्ष तैयार हूँ। बता दें कि कोरोना महामारी के चलते शिक्षा व्यवस्था इतनी बुरी तरह प्रभावित हुई है कि आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
आर्थिक संकट से जूझ रहे शिक्षक
उन्होंने कहा कि अप्रैल, 2021 से कोरोना महामारी की वजह से विद्यालय पुनः बंद कर दिए गए हैं। विद्यालय में फीस न आने के कारण विभिन्न शिक्षकों को तनख्वाह नहीं मिल पा रही है। वित्तविहीन शिक्षक आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। दैनिक जीवन यापन के लिए भी इन शिक्षकों के पास आर्थिक साधन नहीं हैं। आर्थिक कठिनाइयों के कारण मई, 2021 में एक शिक्षक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।

परीक्षा शुल्क से दिया जाए वेतन
उन्होंने बताया कि जब जब उनके द्वारा विधान परिषद में शिक्षकों को आर्थिक सहयोग की मांग की गई, प्रदेश सरकार द्वारा फंड के उपलब्ध न होने का रोना रोया गया, जबकि यूपी बोर्ड द्वारा इस वर्ष छात्रों से परीक्षा शुल्क के नाम पर लगभग 305 करोड़ रुपए की कुल राशि एकत्रित की गई है। चूंकि महामारी के कारण हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा निरस्त कर दी गई है, अतः इस राशि का सदुपयोग वित्तविहीन विद्यालयों और शिक्षकों की आर्थिक समस्याओं के समाधान हेतु सरकार द्वारा किया जाना चाहिए। सरकार का यह कदम मानवता की मिसाल पेश करेगा। इससे लाखों शिक्षक लाभान्वित होंगे और उनके घर का चूल्हा जल सकेगा।
शिक्षा अधिकारियों को दिया ज्ञापन
इस संबंध में मंगलवार को डॉ. आकाश अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित एक ज्ञापन पंचकुइयां स्थित जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार और उप शिक्षा निदेशक जितेंद्र मलिक को सौंपा। ज्ञापन देने के दौरान डॉ. आकाश अग्रवाल के साथ राजेंद्र सिंह बिष्ट, सुभाष मुद्गल, शैलेंद्र तिवारी, राजेश अरेला, बेनी प्रसाद गौतम, करन सिंह और दिनेश चंद मौजूद रहे।
- डॉ. भानु प्रताप सिंह, डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा को हिंदी गौरव और राजे को इतिहास शिरोमणि सम्मान - April 24, 2025
- आगरा में कवि शीलेंद्र वशिष्ठ और वरिष्ठ पत्रकार डॉक्टर भानु प्रताप सिंह समेत 10 विभूतियां सम्मानित - March 23, 2025
- हिंदी से न्याय अभियान: देशभर से अब तक पौने दो करोड़ हस्ताक्षर - September 28, 2024