चंद्रोदय मंदिर में मनाया गया राधाष्टमी महोत्सव

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Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। वृन्दावन के साथ बरसाना धाम की भक्तों ने की ऑनलाइन यात्रा भक्ति वेदांत स्वामी मार्ग स्थित वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर में बुधवार को दिव्य श्री राधाष्टमी महामहोत्सव का आयोजन किया गया। सनातन धर्म में भाद्र शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भगवान् श्रीकृष्ण की अह्लादिनी शक्ति राधारानी के जन्म दिवस राधाष्टमी के रूप में मनाया जाता है।

श्री श्रीराधा वृन्दावन चंद्र के समक्ष 56 भोग की सेवा प्रदान की गयी

इस श्रृंखला में वृन्दावन चंद्रोदय मंदिर प्रांगण को विभिन्न प्रकार के पुष्पों एवं विघुत प्रकाश द्वारा सुसज्जित किया गया। महोत्सव का शुभारंभ प्रातः काल की मंगला आरती के साथ हुआ। इस दौरान उन्हें मंगला आरती, नृसिम्हा आरती, तुलसी आरती आदि के दर्शन सोशल मीडिया के माध्यम से प्राप्त हुये। राधाष्टमी महोत्सव के उपलक्ष्य में भक्तों ने श्री श्रीराधा वृन्दावन चंद्र को गुलाबी व भूरे रंग की नवीन पोशाक धारण करा, उन्हें स्वर्ण एवं रजत जड़ित आभूषणों से सुसज्जित कर उन्हें फूल बंगले में विराजमान कर दिव्य झूलन उत्सव का आयोजन किया। इस दौरान भक्तों द्वारा श्री श्रीराधा वृन्दावन चंद्र के समक्ष 56 भोग की सेवा प्रदान की गयी।

श्रीधाम बरसाना की ऑनलाइन यात्रा का आयोजन किया गया

इसी क्रम में संध्या बेला में मंदिर के भक्तों द्वारा श्रीश्री राधा वृन्दावन चंद्र एवं श्रीमती राधा रानी का महाभिषेक वैदिक मंत्रोच्चारण, पंचगव्य दूध, दही, घी , शहद, मिश्री एवं 108 प्रकार के फलों के रस, विभिन्न जड़ी बूटियों एवं फूलों से संपन्न कराया गया। इस मौके पर कोविड-19 के कारण बरसाना न पहुंच पाने वाले भक्तों के लिए चंद्रोदय मंदिर द्वारा श्रीधाम बरसाना की ऑनलाइन यात्रा का आयोजन फेसबुक एवं यू ट्यूब के चैनलों के माध्यम से किया गया, जिसमें उन्हें भानुगढ़ स्थित श्रीजी मंदिर, चिकसौली ग्राम स्थित चित्र सखी मंदिर, दानगढ़ स्थित दान बिहारी मंदिर, गहवर वन, प्रिया कुण्ड, खोर साकरी, मोर कुटीर, मान मंदिर आदि दिव्य स्थलों का घर बैठे ही दर्शन लाभ प्राप्त करने का सुअवसर मिल सका। इस दौरान मंदिर के भक्तों द्वारा अखण्ड हरीनाम संकीर्तन एवं रस युक्त भजनों का गायन कर श्रीश्री राधा रानी के समक्ष अपने श्रद्धा सुमन को अर्पित किया। इसके बाद महा आरती का आयोजन किया गया व सोशल मीडिया के माध्यम से जुडे़ भक्तों को वृन्दावन स्थित सप्त देवालयों के श्री विग्रह का दर्शन उपलब्ध करा भक्तों को राधाष्टमी के उत्सव का साक्षी बनने हेतु सुअवसर प्रदान किया गया।

Dr. Bhanu Pratap Singh