Agra, Uttar Pradesh, India. अपने परिवार से भी ज्यादा मरीजों को प्राथमिकता दी। दिक्कतें झेलकर भी हमेशा मुस्कुराते रहे। पूरी ईमानदारी और बहादुरी के साथ अपनी ड्यूटी निभाई। अपनी जान की परवाह न करके भी कोविड मरीजों का इलाज किया। थैंक्यू डॉक्टर।
रेनबो हॉस्पिटल में इस बार डॉक्टर्स डे अलग ही अंदाज में मनाया गया। कोरोना की दूसरी लहर में इस शहर ने कई डॉक्टरों को भी खो दिया। वहीं लोगों को एक-एक सांस की कीमत अच्छे से समझ आ गई। हाल में स्टाफ ने जो परिस्थितियां देखीं उसके बाद डॉक्टर्स को अलग अंदाज में थैंक यू कहा। स्टाफ ने सभी डॉक्टर्स को एक-एक पौधा भेंट किया और उनके अच्छे स्वास्थ्य, लंबी आयु की कामना की। साथ ही स्टाफ ने डॉक्टर्स को हौसला बढ़ाने, लोगों की जिंदगियां बचाने के लिए धन्यवाद कहा। सभी ने अलग-अलग तरीके से अपनी भावनाएं जाहिर कीं। कई लोगों ने बुके और कई लोगों ने डाॅक्टर्स को ग्रीटिंग कार्ड और गिफ्ट भी दिए।

हॉस्पिटल की प्रमुख डॉ. जयदीप मल्होत्रा, वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ. आरसी मिश्रा, निदेशक डॉ. नरेंद्र मल्होत्रा, डॉ. केशव मल्होत्रा, डॉ. नीहारिका मल्होत्रा, डॉ. राजीव लोचन शर्मा, डॉ. वंदना कालरा, डॉ. पायल सक्सेना, डॉ. अनूप दीक्षित, डॉ. मनप्रीत शर्मा, डॉ. शेमी बंसल, डॉ. सरिता दीक्षित, डॉ. आहद, डॉ. राजेश शर्मा आदि ने कहा कि संस्थान का एक-एक सहकर्मी इस परिवार का हिस्सा है। उन्होंने डॉक्टर्स डे के बारे में भी बताया।

बिजनेस हैड प्रदीप कंढारी ने कहा कि हाल ही में हम सभी ने एक बहुत मुश्किल दौर देखा, यह भी देखा कि डॉक्टरों ने किन मुश्किल हालातों में इस चुनौती का सामना किया। एचआर प्रबंधक लवकेश गौतम ने कहा कि सही कहा जाता है कि डॉक्टर धरती पर भगवान का ही रूप हैं। सीएफओ तरूण मैनी ने कहा कि हमने इस अस्पताल में देखा है कि डॉक्टरों ने कैसे अपनी तकलीफें भुलाकर मुश्किल हालातों में काम किया है। रेनबो आईवीएफ के रवि ने कहा कि यह वाकई डॉक्टरों के संघर्ष को सलाम करने का दिन है। जितेंद्र सुखरानी, मार्केटिंग मैनेजर केशवेंद्र सिसौदिया, राजीव कुमार सिंह, जगमोहन गोयल, विश्वदीपक, आदित्य रावत, अनुराधा, लाल सिंह, अनुज, इरफान आदि ने डॉक्टर्स को पौधे और उपहार भेंट किए।

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