banke bihari temple

ठा. बांकेबिहारी मंदिरः इतनी सजगता पहले दिखाते तो मंदिर बंद करने की नौबत नहीं आती

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE

Vrindavan (Mathura), Uttar Pradesh, India. जब तक हो हल्ला न हो कुछ होता नहीं है। मामला मंदिर से जुड़ा हो या माफिया से, जब तक पानी सिर से नहीं गुजर जाता प्रशासन जागता नहीं है। विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के रविवार से एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गये। तमाम नियम कायदों का पालन कराते हुए श्रद्धालुओं को ठाकुर जी के दर्शन कराये गये। जितनी सजगता अब दिखाई गई है, उतनी पहले ही कर दी गई है तो ठाकुर बांके बिहारी मंदिर बंद करनी नौबत न आती और जग हंसाई न होती।

नियमों का पालन कराया

मंदिर के पट खुलने से पहले सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार ने तमाम व्यवस्थाओं को जायजा लिया। दो गज की दूरी बनाये रखने के लिए गोले बनाये गये थे जिनमें श्रद्धालु कतारबद्ध  खड़े हो सकें। बिहारी जी मंदिर के प्रवेश मार्ग को जाने वाली संकरी गली में भी श्रद्धालुओं से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया।  इस पर मंदिर प्रबंधन ने 25 अक्तूबर से मंदिर के पट खोलने का निर्णय लिया। बांकेबिहारी मंदिर के पट खुलने के बाद व्यवस्थाओं को देखने के लिए सुबह जिलाधिकारी और एसएसपी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने अधीनस्थों को बेहतर व्यवस्था के साथ भक्तों को दर्शन करने के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए।

कोर्ट के आदेश पर खुला है
 बिना मास्क के श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश नहीं दिया गया। मंदिर के बाहर पुलिस और पीएसी के जवान सुरक्षा व्यवस्था संभाले रहे। सिविल जज जूनियर डिवीजन गजेंद्र सिंह ने 15 अक्तूबर को बांकेबिहारी मंदिर खोलने के आदेश किए थे। 17 और 18 अक्तूबर को मंदिर खुलने पर अनियंत्रित हुई भीड़ की वजह से 19 अक्तूबर से मंदिर बंद कर दिया गया था। बांकेबिहारी मंदिर के पट बंद होने का मामला कोर्ट में गया तो 23 अक्तूबर को सिविल जज ने पूर्व के आदेश का पालन करने को कहा।



अभी 500 श्रद्धालु ही कर सकेंगे दर्शन
मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार श्रद्धालुओं को दर्शन कराए जा रहे हैं। एक बार में सिर्फ पांच सौ श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति है। सुबह आठ से 12 बजे तक 250 श्रद्धालु तथा शाम साढ़े पांच से रात साढ़े नौ बजे तक 250 श्रद्धालु दर्शन करेंगे।