अयोध्‍या के धन्नीपुर में मस्जिद निर्माण के लिए की जा रही है धन जुटाने की व्यवस्था

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अयोध्या में रामलला के आगमन का इंतजार खत्म हो गया है। भगवान श्री रामलला की अभिजीत मुहूर्त में प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए गर्भ गृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठे थे। पूरा विश्व राममय है। अमरीका से लेकर ब्रिटेन तक, सिंगापुर से लेकर थाईलैंड तक, हर जगह लोग आज राम रस का आचमन कर रहे हैं।

सर्वोच्च न्यायलय द्वारा दिए गए निर्णय के बाद अयोध्या में प्रस्तावित मस्जिद का निर्माण मई में शुरू हो सकता है। इस काम से जुड़े लोगों का कहना है कि इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन ट्रस्ट (आईआईसीएफ) जिसे धन्नीपुर में मस्जिद के निर्माण का काम सौंपा गया है, उन्होंने धन जुटाने के लिए विभिन्न राज्यों में प्रभारी नियुक्ति करने का काम शुरू कर दिया है।

आईआईसीएफ के प्रमुख जुफर फारूकी ने इस मुद्दे पर कहा कि मस्जिद का अंतिम डिजाइन अगले महीने फरवरी के मध्य तक तैयार होने हो जाएगी और फिर इसे प्रशासन के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। फरवरी महीने में साइट ऑफिस परिसर में बना दिया जाएगा। जुफर फारूकी ने कहा कि उम्मीद है कि हम मई में मस्जिद का निर्माण शुरू करने की स्थिति में होंगे।

पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए काम करना होगा

जुफर फारूकी ने कहा मस्जिद बनाने के लिए क्राउड फंडिंग एक बहुत बड़ा काम है और इसे संभालना बहुत मुश्किल है। हम जो बड़ा काम करने की कोशिश कर रहे हैं, उसमें अलग-अलग राज्यों में अपने लोगों को परियोजना के लिए धन जुटाने की जिम्मेदारी देना है इसके लिए हमें पारदर्शिता और जवाबदेही दोनों सुनिश्चित करने के लिए काम करना होगा।

लोगों से लिया जाएगा चंदा

मुख्य ट्रस्टी फारूकी ने कहा, अभी मस्जिद को लेकर मुंबई की टीम काम कर रही है और उम्मीद है कि कुछ दिनों के भीतर पर्याप्त फंड आ जाएगा। लेकिन उसके बाद भी अगर कुछ लोग दान देना चाहेंगे तो इच्छुक लोगों से ऑनलाइन चंदा मांगा जाएगा। इसके आलवा उन्होंने यह भी कहा कि डिजाइन में बदलाव के कारण निर्माण में देरी हो रही है।

एजेंसी

Dr. Bhanu Pratap Singh