anamika shukla case

अनामिका शुक्ला प्रकरणः जिले की सभी 113 शिक्षिकाओं की जांच, मची खलबली

Crime REGIONAL

कासगंज में गिरफ्तार की गई थी फर्जी अनामिका शुक्ला उर्फ सुप्रिया जाटव

जिले में हैं आठ कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, फर्जी टीचर का पता चलेगा

कासगंज। अनामिका शुक्ला प्रकरण के बाद कासगंज बेसिक शिक्षा विभाग ‘दूध का जला छाछ को फूंक -फूंक कर पीता है’ कहावत चरितार्थ कर रहा है। बेसिक शिक्षाधिकारी अंजली अग्रवाल ने जनपद के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकाओं के दस्तावेजों की जांच पड़ताल करने के लिए टीम का गठन कर दिया है। दस्तावेजों की जांच मात्र एक सप्ताह के अंदर करके रिपोर्ट बीएसए को सौंपनी होगी।

कासगंज में हुई थी गिरफ्तार

कासगंज में पकड़ी गई सुप्रिया नाम की फर्जी शिक्षक अनामिका का नाम इन दिनों सभी की जुबान पर है। उत्तर प्रदेश के 25 जनपदों में एक साथ अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी प्राप्त करने वाली पहली फर्जी शिक्षिका अनामिका शुक्ला की गिरफ्तारी कासगंज बीएसए अंजली अग्रवाल ने कराई थी। इस कार्रवाई के बाद शिक्षा जगत के काले कारनामों का खुलासा होता जा रहा है।

एक सप्ताह में होगी जांच

इस बीच शिक्षा विभाग की छवि को दुरुस्त करने के लिए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी अंजली अग्रवाल ने जनपद के आठ कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में तैनात 113 शिक्षकाओं के दस्तावेजों की पुनः जांच कराने के लिए टीम का गठन कर दिया है। यह टीम मात्र एक सप्ताह के अंदर अभिलेखों की जांच पूरी कर बेसिक शिक्षाधिकारी के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। उद्देश्य है कि जनपद में किसी भी प्रकार का कोई फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी नहीं कर सके।

मची है खलबली

इस जांच का जिम्मा कासगंज खंड शिक्षाधिकारी राजेन्द्र बौरहा और खंड शिक्षाधिकारी गंजडुंडवारा श्रीकांत पटेल को सौपा गया है। इसके बाद कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों की शिक्षकाओं में ही नहीं बल्कि प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात शिक्षक व शिक्षिकाओं में हडकंप मचा हुआ है। अब देखना होगा कौन-कौन सी शिक्षिकाएं फर्जी दस्तावेजों पर नौकरी कर रही हैं।