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Agra, Uttar Pradesh, India, Bharat. आगरा के बुजुर्ग नेता हैं श्याम सुंदर शर्मा एडवोकेट। जनसंघ के प्रत्याशी के तौर पर तीन बार विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। यह बात तब की है जब लोग जनसंघ का टिकट लेने को तैयार नहीं होते थे क्योंकि हार पक्की थी। जनसंघ और भाजपा की सेवा में जिंदगी खपा दी। ऐसे कार्यकर्ताओं के तप के कारण ही भाजपा आज केंद्र और प्रदेश की सत्ता में है। ऐसे बुजुर्ग नेताओं के घर भारतीय जनता पार्टी के नेता नहीं जाते हैं। जो सत्ता में हैं, उन्हें कॉकस से फुरसत ही नहीं है। ऐसे बुजुर्ग भाजपा नेता के यहां लीडर्स आगरा पहुंचा और जबर्दस्त काम किया।
लीडर्स आगरा एवं तपन फाउंडेशन द्वारा आयोजित सफलतम कार्यक्रम “चलें, शहर को समर्पित बुजुर्ग विभूतियों के घर, उनका अभिनन्दन एवं चरण वंदना करने” कार्यक्रम चला रहा है। इसके 20वें कार्यक्रम में इस बार भारी वर्षा के बीच पहुंचे बीजेपी की वरिष्ठम शख्सियत तथा उत्तर प्रदेश विधानसभा के 1967, 69 एवं 74 का फतेहाबाद से जनसंघ का चुनाव लड़ चुके 91वर्षीय श्याम सुन्दर शर्मा के निवास शंकर कॉलोनी। उन्हें “तपन रत्न से अलंकृत” किया।
भाजपा के स्तंभ श्री शर्मा तीन चुनाव लड़ने के बाद भी भले ही विधायक न बन सके। पार्टी ने उन्हें सांसद, विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रत्याशियों के नामांकन भरवाने एवं स्क्रूटनी के महत्वपूर्ण कार्य की जिम्मेदारी सौंपी। इस जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया और पार्टी में खूब सम्मान पाया। उन्होंने अनेक लोगों को सांसद, विधायक, एम.एल.सी, जिला परिषद अध्यक्ष जैसे चुनावों में जिताने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
मुख्य अतिथि पार्षद शरद चौहान और रवि गिड़वानी ने सम्मान स्वरूप शॉल ओढ़ाकर अभिनंदित किया। संस्था के महामंत्री सुनील जैन और कार्यक्रम संयोजक आदर्श नंदन गुप्त इलायची की माला एवं संस्था पट्टिका पहनाईय़ संस्था की ओर से उनको अभिनन्दन पत्र और स्मृति चिन्ह सुनील बग्गा, आयुषी गुप्ता, राहुल जैन और राजू सविता ने भेंट किया।
इस अवसर पर श्याम सुन्दर शर्मा जी ने लीडर्स आगरा को साधुवाद देते हुए कहा की बुजुर्गो को इस उम्र में सम्मान देना वह भी घर पहुंचकर, उनमें और शान से जीने की इच्छा पैदा करता है। ऐसे कार्यक्रमों से युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। घर के बुजुर्ग पूजा योग्य होते है।
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