Agra News: तीन दिन से रखा था महिला का शव, पुलिस बेटे को ढूंढ कर लाई, खुद अर्थी को कंधा दिया, तब हुआ अंतिम संस्कार

स्थानीय समाचार





आगरा: थाना जगदीशपुरा पुलिस का मानवीय चेहरा सामने आया है। थाना पुलिस ने एक महिला की मौत पर उसे कंधा देकर उसका अंतिम संस्कार सम्पन्न कराया। महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी और ससुरालीजन फरार हो गए। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। अंतिम संस्कार के लिए कोई सामने नहीं आया। आखिरकार पुलिस ने उसके बेटे को खोजा और महिला के शव को खुद कंधा दिया। पुलिस ने ससुराली जनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। सभी फरार हैं।

यह मामला बोदला क्षेत्र का है। प्रेम विवाह के पांच वर्ष बाद महिला का शव ससुराल में फंदे से लटका मिला। पोस्टमार्टम के बाद परिवारीजन तीन दिन से शव का अंतिम संस्कार नहीं कर रहे थे। थाना जगदीशपुरा पुलिस ने संवेदना दिखाते हुए मुकदमा दर्ज कराने में मदद की। मायके वालों ने पति या बेटे से मुखाग्नि पर अंतिम संस्कार की शर्त रख दी। पुलिस ने महिला के बच्चे को ढूंढा और खुद कंधा देकर शव को श्मशान पहुंचाया। बेटे द्वारा मुखाग्नि देने के बाद अंतिम संस्कार हुआ। जगदीशपुरा के बोदला, नई आबादी के चंद्रपाल की बहन संजू ने पांच वर्ष पूर्व अछनेरा बड़ी बस्ती के जितेंद्र से प्रेम विवाह किया था। विगत 25 मार्च को संजू का शव ससुराल में फंदे से लटका मिला। पुलिस ने 26 मार्च को पोस्टमार्टम कराया और शव परिवारीजनों के सपुर्द कर दिया। इसके बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया।

इंस्पेक्टर आनंदवीर ने बताया कि परिजनों ने मुकदमा दर्ज न होने तक अंतिम संस्कार नहीं करने की शर्त रख दी। पुलिस ने अछनेरा पुलिस से संपर्क कर पति जितेंद्र, ससुर, देवर सोनू और नंद पूजा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने प्रयास किया तो पति फरार था। एक रिश्तेदार के पास बेटा मिला। पुलिस उसे लेकर आई।

इसके बाद इंस्पेक्टर जगदीशपुरा आनंदवीर और दरोगा संदीप राठी ने परिवार के लोगों के साथ अर्थी तैयार कराई। खुद कंधा देते हुए शव को आवास विकास सेक्टर तीन स्थित श्मशान घाट ले गए और अंतिम संस्कार कराया।




Dr. Bhanu Pratap Singh