Agra News: गुरु का बाग गुरुद्वारे में बंदी छोड़ दिवस पर दो दिवसीय कीर्तन समागम का शुभारम्भ

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आगरा। बंदी छोड़ दिवस के पावन अवसर पर गुरुद्वारा गुरु का बाग, मधु नगर में शनिवार को दो दिवसीय कीर्तन समागम का शुभारम्भ बड़ी श्रद्धा और उत्साह के साथ हुआ। फूलों से सजे दीवान हाल में संगत ने नतमस्तक होकर माथा टेका और रागी जत्थों द्वारा प्रस्तुत शबद-कीर्तन का अमृत रसपान किया।

दीवान की शुरुआत ज्ञानी मंदीप सिंह ने श्री रहिरास साहिब जी के पाठ से की। इसके पश्चात पंथ के प्रसिद्ध कीर्तन जत्थों और कथा विचारकों ने मीरी-पीरी के मालिक छठे पातशाह दाता बंदी छोड़ गुरु हरगोविंद साहिब जी की उपमा का वर्णन किया। वातावरण गुरु की महिमा और भक्ति से सराबोर हो उठा।

रागी जत्था भाई भूपिंदर सिंह (हजूरी रागी श्री दरबार साहिब, अमृतसर) और हजूरी रागी गुरमीत सिंह (गुरुद्वारा शीश गंज साहिब, दिल्ली) ने भावपूर्ण कीर्तन-कथा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार गुरु हरगोविंद साहिब जी ने ग्वालियर किले में कैद 52 राजाओं को मुक्त कराया और मानवता की सेवा का अमिट संदेश दिया।

समागम में बड़ी संख्या में संगत ने हिस्सा लिया। हैड ग्रंथी भाई रविंद्र सिंह द्वारा अरदास और हुकमनामा के पश्चात गुरुघर की अटूट परंपरा अनुसार लंगर का प्रसाद सभी धर्म प्रेमियों ने भावपूर्वक ग्रहण किया। रविवार को प्रातः 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक विशेष दीवान सजाया जाएगा।

इस अवसर पर प्रबंधक कमेटी के प्रधान नरेंद्र सिंह लालिया, अर्जिन्दर पाल सिंह, श्याम भोजवानी, मलकियत सिंह, सतनाम सिंह, जगजीत सिंह वाधवा, राजवीर सिंह, अरविंदर पाल ओबेरॉय, सुरेंद्र सिंह, अमरजीत सिंह, जसप्रीत सिंह मेहर, रंजीत सिंह, रविंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह सोबती सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।

रिपोर्टर- पुष्पेन्द्र गोस्वामी

Dr. Bhanu Pratap Singh