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कल्याण सिंह को श्रद्धांजलिः पढ़िए योगी, राजनाथ सिंह, केशव प्रसाद मौर्य ने क्या कहा

POLITICS PRESS RELEASE REGIONAL

Lucknow, Uttar Pradesh, India. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एवं केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज यहां आयोजित श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनीति की शुचिता, पारदर्शिता तथा मूल्य व आदर्शों के प्रति दृढ़ता एवं समर्पण का भाव जब तक लोकतंत्र में मौजूद रहेगा, तब तक स्व. कल्याण सिंह के बारे में आमजन के मन में श्रद्धा व सम्मान का भाव बना रहेगा। बीज का वृक्ष बनना, उसकी उन्नति होती है। छोटे का बड़ा बनना उसकी महानता होती है। बड़े का छोटा हो जाना या बड़े का बड़ा हो जाना महानता नहीं होती है। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह जनपद अलीगढ़ के छोटे से गांव के सामान्य किसान परिवार में जन्मे थे। उन्होंने एक सामान्य शिक्षक के रूप में अपना कार्य प्रारम्भ किया। उसके बाद मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल जैसे उच्च पदों को सुशोभित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कल्याण सिंह ने समाज एवं राष्ट्रसेवा का व्रत लिया था। उन्होंने जीवन के सभी क्षेत्रों में अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन प्रतिबद्धता, दृढ़ता एवं समर्पण भाव से किया। उसी का परिणाम है कि वे आज हमारे पास भौतिक रूप से नहीं हैं, लेकिन उनकी स्मृतियां, उनके कृतित्व देश व प्रदेशवासियों के सामने हैं।

श्रद्धांजलि सभा को सम्बोधित करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि स्व. कल्याण सिंह संगठन की ताकत और सरकार के दायित्व के मूल्यों को पिरोकर राजनीतिक जीवन जीने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह के साथ उनका रिश्ता, नेता, बड़े भाई व सखा के रूप में था।

रक्षा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में कल्याण सिंह ने बखूबी कार्य किया। उन्होंने सन 1977 में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री के रूप में स्वास्थ्य विभाग के उत्तरदायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन किया। चिकित्सा के क्षेत्र में विभिन्न अनियमितताओं व भ्रष्टाचार को समाप्त कर स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रसार किया। उन्होंने अपने कुशल नेतृत्व एवं निर्णय के द्वारा प्रशासक के रूप में अपने दायित्वों को संभाला।


रक्षा मंत्री ने कहा कि शासन चलाने के लिए जो दृढ़ता व्यक्ति में होनी चाहिए, वह दृढ़ता कल्याण सिंह में निहित थी। उनके द्वारा मुख्यमंत्री पद सम्भालने के दौरान शिक्षा मंत्री के दायित्वों का निर्वहन मेरे द्वारा किया गया। इस दौरान नकल रोकने सम्बन्धी कानून का प्रस्ताव बनाया गया। कल्याण सिंह ने इस कानून सम्बन्धी प्रस्ताव को त्वरित रूप से पास कराया। कल्याण सिंह ने यह संदेश दिया कि राजनीति सरकार बनाने के लिए नहीं, बल्कि समाज बनाने के लिए की जाती है।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कल्याण सिंह एक सच्चे राष्ट्र भक्त एवं राम भक्त थे। उन्होंने हम सभी को देश की सेवा किस प्रकार करनी चाहिए, उसके लिए एक आदर्श मार्ग प्रदान किया। उनके किसी भी सपने को अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा।
उप मुख्यमंत्री डॉ0 दिनेश शर्मा ने कहा कि स्व0 कल्याण सिंह भारतीय संस्कृति के पुरोधा थे। वे अपने कार्यों व विचार के लिए सदैव याद किये जाएंगे। प्रदेश के विकास की योजनाओं के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। कल्याण सिंह ने जिस परिवर्तनकारी नकलविहीन परीक्षा को प्रारम्भ किया था, उसके अनुरूप मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में वर्ष 2017 से प्रदेश में नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न करायी गयी है। परीक्षा केन्द्रों के निर्धारण में पारदर्शिता बरती गयी है।
विधान परिषद सदस्य स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कल्याण सिंह एक महान नेता थे। वे कृषि, गांव, गरीब तथा समाज के अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति पर विशेष ध्यान देते थे। उनका कहना था कि इन सभी की आर्थिक स्थिति में जब सुधार होगा, तभी देश की आर्थिक स्थिति में भी बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दलित, शोषित, पिछड़ों तथा समाज के सभी वर्गों का उत्थान किया जा रहा है। आज उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री जी के हाथों में सुरक्षित है।

कार्यक्रम को केन्द्रीय भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पाण्डेय, प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल तथा सांसद सतीश चन्द्र मिश्रा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सांसद रीता बहुगुणा जोशी, भारतरत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ0 भीमराव आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल, सी0एम0एस0 के संस्थापक डॉ. जगदीश गांधी सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Dr. Bhanu Pratap Singh