मानसिक स्वास्थ्य के प्रति ग्रामीणों को किया जागरूक

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Hathras (Uttar Pradesh, India)। मानसिक स्वास्थ्य के प्रति समुदाय को जागरूक करने को लेकर हर साल 10 अक्टूबर को “विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस” मनाया जाता है।  इसको देखते हुए जनपद में चार अक्टूबर से दस अक्टूबर तक  “मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह” मनाया जा रहा है। इसका उद्देश्य लोगों में मानसिक विकारों  के प्रति जागरूकता पैदा करना है। मंगलवार को गांव करील में  जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया,  जिसमें ग्रामीणों को मानसिक अस्वस्थता  से जुड़ी जानकारी प्रदान की गई। इस वर्ष विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम “एक आसमान दुनिया में मानसिक स्वास्थ्य” है, जिसका स्लोगन ‘मेन्टल हेल्थ केयर फॉर आल लेटस मेक इट रियलिटी’ रखी गई है।

क्लीनिकल मनोचिकित्सक रिंकी लकड़ा ने बताया कि ग्रामीणों को मानसिक रोगों के प्रति जागरूक किया जा रहा है, उन्हें बताया जा रहा है कि मानसिक रोग क्या होते है। किसी को मानसिक बीमारी है तो उसे तनाव को नियंत्रित करना होगा, नियमित चिकित्सा पर ध्यान देना होगा, पर्याप्त नींद लेनी होगी। समस्या से ग्रसित व्यक्ति पौष्टिक आहार लें व नियमित व्यायाम करें। यहां मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और समूह परामर्श भी दिया गया। उन्होंने बताया कि मानसिक रोग कई प्रकार के होते हैं । इनमें डिमेंशिया, डिस्लेक्सिया, डिप्रेशन, तनाव, चिंता, कमजोर याददाश्त, बाइपोलर डिसऑर्डर, अल्जाइमर रोग, भूलने की बीमारी आदि शामिल हैं।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मधुर कुमार ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस” के रूप में मनाया जाता है। शासन द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत कोविड-19 प्रोटोकॉल का ध्यान रखते हुए वृहद शिविर लगाए जा रहे हैं।

मानसिक रोग के लक्षण:
-स्पष्ट रूप से सोचने और दैनिक कार्यकलापों को करने में कठिनाई।
-बार – बार गलत विचारों का आना।
-आदत, मन, एकाग्रता में अचानक परिवर्तन।
-वैसी चीजों को देखना और सुनना जो आस पास मौजूद न हों।
-आत्महत्या का विचार बार बार आना।
-क्रोध, भय, चिंता, अपराध, बोध या उदासी, खुशी की लगातार अनुभूति।
-शराब, तंबाकू व नशीले पदार्थों का अत्यधिक सेवन।