Agra, Uttar Pradesh, India. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दीनदयाल नगर, कैलाश भाग, पश्चिम महानगर आगरा के स्वयंसेवकों ने पथ संचलन निकाला। सेक्टर चार आवास विकास कॉलोनी सिकन्दरा में पथ संचलन शुरू हुआ। पथ संचलन से पहले मंचासीन अतिथियों ने संघ संस्थापक डॉक्टर केशव राव बलिराम हेडगेवार एवं द्वितीय संरसंघचालक माधवराव सदाशिव राव गोलवलकर (श्री गुरुजी) के चित्र पर मुख्य अतिथियों द्वारा माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया गया।
मुख्य वक्ता अशोक कुलश्रेष्ठ (विशेष संपर्क प्रमुख ब्रज प्रांत) ने पथ संचलन से पहले कहा है कि पथ संचलन का मतलब अनुशासन एवं सिद्धांत का प्रदर्शन करना है। अगर कोई बिना अनुशासन के संचलन करता है तो वह जुलूस कहलाता है। संघ की पद्धति हमारे आचरण में होनी चाहिए। उन्होंने संघ के गणवेश के बारे में भी बताया कि हमारा गण भी हमें अनुशासन सिखाता है। हम शाखाओं के माध्यम से शारीरिक, बौद्धिक का एक रचनात्मक का विकास करते हैं।
मुख्य वक्ता के अनुमोदन के बाद पथ संचलन के बारे में जानकारी महानगर शारीरिक प्रमुख ओसवाल ने दी। सभी स्वयंसेवकों को दिशा निर्देश देकर समझाया कि हमें दो लाइनों में और समान दूरी बना कर चलना है। हमारी एक बाजू पर 75 डिग्री का कोण के साथ चलनी चाहिए।
पथ संचलन सेक्टर 4 से प्रारंभ होकर होली पब्लिक, स्कूल नगला अजीता, सेक्टर-8, सेक्टर- 7, सेक्टर-6 सेक्टर-3 होते हुए उसी स्थान सेक्टर चार पर समापन हुआ। स्वयंसेवक घोष के संग कदम से कदम मिलाते हुए स्वयंसेवकों ने पथ संचलन में भाग लिया।
पथ संचलन कर रहे स्वयंसेवकों के ऊपर क्षेत्रीय निवासियों ने जगह-जगह पर पुष्प वर्षा की। भारत माता की जय, जय श्रीराम के नारे लगाए गए। स्वयंसेवकों के अंदर जोश भरने का कार्य किया गया। इस पथ संचलन में वरिष्ठ पदाधिकारी समय-समय पर संचलन को दिशा-निर्देश देते चल रहे थे। पथ संचलन में 200 से अधिक स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
पथ संचलन में मुख्य रूप से भीकम सिंह बिन्दल (नगर संघचालक), हरिओम शुक्ला (अध्यक्ष कार्यक्रम), अशोक कुल्श्रेस्ठ (विशेष सम्पर्क प्रमुख ब्रज प्रान्त), राजन जी (महानगर संघचालक), धर्मवीर जी (भाग संघचालक), शिवम, धर्मवीर, विनय, दिलीप, सचिन, योगेश, आशीष, सुधीर, शैलेंद्र, वीरेंद्र सिंह (प्रचार प्रमुख) आदि उपस्थित रहे।