-गैस सिलेंडर, चूल्हा और खाने-पीने का सामान भी दिया गया
– चौ. उदयभान सिंह के प्रयासों से अपने घर रवाना हुए सभी
– हावड़ा निवासी, लॉकडाउन के कारण आगरा में नहीं कोई काम
Agra (Uttar Pradesh, India)। कोरोना काल में अचानक हुए लॉकडाउन की वजह से मिठाई कारीगरों और श्रमिकों के समक्ष जटिल परिस्थितियां पैदा हो गई थीं। वे यहां आगरा में बुरी तरह से फंसकर रह गए थे। उत्तर प्रदेश सरकार में राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह के प्रयास से उन्हें घर वापसी करने का अवसर मिला। चौ. उदयभान सिंह ने सड़क मार्ग से उनकी वापसी के लिए शासन स्तर से व्यवस्था कराई है। अधिकांश कारीगर और श्रमिक हावड़ा (पं. बंगाल) के रहने वाले हैं। वे यहां विभिन्न मिष्ठान्न विक्रेताओं के यहां ठेके पर मिठाइयां बनाने का काम करते थे।
लॉकडाउन में फँस गए थे
आगरा मिष्ठन्न विक्रेता संघ के अध्यक्ष व वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र सिंह बैराठ ने बताया कि विभिन्न मिष्ठान्न विक्रेताओं के यहां के यह कारीगर हैं। लॉकडाउन की वजह से सभी प्रतिष्ठान बंद हैं। ऐसे में इनके पास कोई काम नहीं था। वे लॉकडाउन की पाबंदियों की वजह से अपने घरों को नहीं जा पा रहे थे। इसकी जानकारी राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह को दे गई तो उन्होंने इन कारीगरों और श्रमिकों को घर भेजने की व्यवस्था कराई।
शांति स्वीट्स से बस द्वारा भेजे
शुक्रवार को सायंकाल पांच बजे सभी कारीगर और श्रमिक शांति स्वीट्स, हसनपुरा (जयपुर हाउस) पर एकत्रित हुए। उन्हें सड़क मार्ग से भेजा जा रहा है। श्री बैराठ ने बताया कि उनके लिए गैस सिलेंडर, चूल्हे, खाने-पीने के सामान की व्यवस्था की गई है, ताकि वे रास्ते में वे अपना भोजन पकाकर खा सकें। उन्हें किसी तरह की कोई परेशानी न हो, इसके लिए सारे इंतजाम किए गए हैं।
श्रमिकों की आंखों में खुशी के आंसू
सूबे के राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह ने कारीगरों को रवाना किया। घर जाने की खुशी से इन कारीगरों और श्रमिकों की आंखों में आंसू थे। वे परिजनों को याद कर रहे थे। चौ. उदयभान सिंह का वे आभार व्यक्त करते रहे। रवाना हुए जत्थों में में शांति स्वीट्स के अलावा, पुष्पक मिष्ठान्न भंडार, दाऊजी मिष्ठान्न भंडार, भगत हलवाई, देवीराम स्वीट्स, बीकानेर वाला, अजन्ता स्वीट्स आदि के बंगाली कारीगर शामिल हैं।
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