योगी आदित्यनाथ

आगरा में 2 MP, 4 Minister, 9MLA, 2MLC, 1 Mayor, 58 Councillor फिर भी एमजी रोड पर भूमिगत मेट्रो के लिए रो रहे व्यापारी, मुख्यमंत्री जी इन समस्याओं पर भी दृष्टिपात करें

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डॉ. भानु प्रताप सिंह

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Agra, Uttar Pradesh, India.  भारतीय जनता पार्टी पर व्यापारियों की पार्टी का ठप्पा रहा है। आगरा की बात करें तो यह सत्य है। इसके बाद भी एमजी रोड के व्यापारी रो रहे हैं। आगरा मेट्रो को एमजी रोड पर भूमिगत कराने के लिए शोर मचा रहे हैं। प्रदर्शन कर चुके हैं। प्रेसवार्ता के माध्यम से अपनी बात रख चुके हैं। समस्या वहीं की वहीं है। यह हाल तब है जबकि आगरा में भारतीय जनता पार्टी के 2 MP (आगरा और फतेहपुर सीकरी से सांसद), 4 Minister (केन्द्र और उत्तर प्रेदश सरकार में), 9MLA (विधायक), 2MLC (विधान परिषद सदस्य), 1 Mayor (महापौर), 58 Councillor (पार्षद) हैं। 26 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा आ रहे हैं।

आगरा के सांसद और कुछ विधायकों ने आगरा डवलपमेंट फाउंडेशन को लिखकर दिया है कि एमजी रोड पर एलीवेटेड के बजाय भूमिगत मेट्रो होनी चाहिए। किसी ने भी इस बारे में खुलकर नहीं बोला है। यह ठीक उसी तरह से जैसे कोई शिकायतकर्ता गया तो उसे पत्र लिखकर पकड़ा दिया। जनप्रतिनिधियों ने खुलकर व्यापारियों की मांग का समर्थन नहीं किया है। यहां तक कि क्षेत्रीय विधायक ने भी नहीं किया है।

इनके अलावा भारतीय जनता पार्टी के जिला पंचायत, ब्लॉक प्रमुख और ग्राम प्रधानों का कार्य क्षेत्र यूं पूरी तरह आगरा देहात के लिए समर्पित हैं। फिर भी इन्हें आगरा शहर तो आना ही पड़ता है। आगरा में आएंगे तो एमजी रोड से निकलना ही पड़ेगा। इसके बाद भी ये सब भी चुप हैं। किसी के मुंह से कोई आवाज नहीं निकल रही है।

आगरा में भाजपा की बड़ी फौज है। यह फौज भी एकदम शांत है। भाजपा नेता संगठन स्तर पर व्यापारियों की मांग को नहीं उठा रहे हैं। किसी का भी बयान नहीं आया है। जो पद पर हैं उन्हें फिर से पद पर आने की तमन्ना है तो जो नहीं है, वे पद पर आने के लिए जोर लगा रहे हैं। आगरा की प्रमुख समस्या से कोई लेना-देना नहीं है।

Metro in Agra: एमजी रोड पर एलिवेटेड मेट्रो नहीं बनने देंगे, सांसद और विधायकों का मिला समर्थन

आगरा मेट्रों के संबंध में वॉट्सएप ग्रुप पर विचार

डॉ. मुनीश्वर गुप्ता

आगरा डेवलपमेंट फाउंडेशन का प्रतिनिधिमंडल मिलकर यदि कहे वही अच्छा है सामान्यतया जनप्रतिनिधियों की आवाज बहुत मध्यम हो गई है बड़े नेताओं के सामने।

पूरन डावर

सीमित समय है बताया गया है, मात्र ३० मिनट जनप्रतिनिधियों के साथ और ३० मिनट की मीटिंग अधिकारियों के साथ है .. मैंने सारे विधायकों को मेसेज भी डाला है, बात भी की है, कुछ ने ज़ोर शोर से विषय रखने की बात की है।

अनाम

यह विषय ऐसा है जिसमें आगरा के समस्त जनप्रतिनिधियों को स्वयं की प्रेरणा से प्रेरित होकर संघर्ष करना अपेक्षित है, जबकि उत्तर मिल रहा है कि “हम आपके साथ हैं”। क्या यह शहर जनप्रतिनिधियों का नहीं है! फिर वे अग्रणी भूमिका छोड़ सबसे पीछे खड़े क्यों दिखाई पड़ते हैं? वे भी इस जीवनरेखा रूपी अतिमहत्वपूर्ण मार्ग का प्रयोग रोजना करते हैं। आखिर जनप्रतिनिधि का अर्थ क्या होता है? सभी इस पर भी विचार करें व जिन्हें आत्ममंथन करना है, करें।

डॉ. मुनीश्वर गुप्ता

वर्तमान समय की राजनीति में मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के सामने सिवाय यशस्वी कहने की और कुछ कहना वर्जित सा हो गया।

जैन साहब

मेरी बात माननीय मंत्री योगेंद्र जी से और विधायक गणों से हुई है। सभी ने इस विषय को गंभीरतापूर्वक लिया है। आगरा में मेट्रो एमजी रोड पर अंडरग्राउंड हो इस संबंध में माननीय मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री जी से चर्चा करेंगे और अपनी बात को मनवाने की कोशिश करेंगे।माननीय मुख्यमंत्री जी से मिलने का भी समय मिल चुका है।

केके पांडे इंजीनियर

सही होगा मेट्रो MG रोड से होकर निकले ही नहीं, उसका रूट चेंज कर के ग्रामीण इलाके में कर दे तो विरोध बंद हो जायेगा।

मुकेश जैन

Shri KK Pandey Engineer Nagar Nigam (भारत स्वच्छता मिशन), कोई विरोध नहीं है मेट्रो का सिर्फ़ एलिवेटेड के स्थान पर underground की माँग है जिससे भविष्य में MG रोड पर एलिवेटेड रोड पर विराम न लग जाए।

अनाम

मेरा सुझाव है कि जो टीम मुख्यमंत्री से मेट्रो के सम्बन्ध में मिलने जा रही है वो उनके समक्ष जनप्रतिनिधियों की टीम गठित करके उनसे मेट्रो के अन्डरग्राउन्ड होने के बावत जानकारी लेने का प्रस्ताव भी रख सकते हैं ताकि matter ज़्यादा समय के लिए लम्बित न हो पाए।

अनाम

For underground metro we need to make them feel that

  1. MG road is the lifeline and why we cannot have underground. We have undrrground near taj – why and also similar situation was with hazratganj in lucknow. Its underground there so why not at MG road.

2 agra being biggest tourist attraction for india so why shud be there any financial blockage.

May be in DPR they were not able to address the issues properly so we need to correct the error now as its still is very much possible and doable.

We may not talk abt skyline or future elevated road presently.

Stick to our guns and single point agenda to get the underground metro defended based on agra’s life and existence.

We need to make them feel that its life and death situation.

 

डॉ. मंजू गुप्ता

यहाँ आदरणीय जी चुप ही रहेंगे,,, इस से पूर्व में भी चुप हो गए थे,,, और बंसल को OSD भी इसीलिए बनाया जा रहा है कि उसके पास भ्रष्टाचार करने का अनुभव है,, खुद भी खायेगा और महापौर को भी खिलायेगा,,

सीताराम अग्रवाल का मुख्यमंत्री जी के नाम खुला पत्र

माननीय मुख्यमंत्री जी, शहर आगरा में आपका स्वागत एवं अभिनंदन है, हमें खुशी है कि आपने हमको, मेट्रो जैसी अति महत्वपूर्ण सुविधा प्रदान की है, निश्चित ही इससे शहर को लाभ मिलेगाl

वहीं इसका दूसरा रूट जो M.G.ROAD  होकर प्रस्तावित है बह शहर एवं शहरवासियों  के लिये अत्यंत कष्टप्रद और दुखदायी होगाl अनेक विद्यालयों, अस्पताल,व्यापार स्थलों, Railway station के साथ-साथ 150 से 200 वर्ष पुराने ऐतिहासिक महत्व के प्रमुख विद्यालयों, दीवानी एवं कलक्ट्रेट, कचहरी से युक्त शहर की एकमात्र लाइफलाइन के उपर मेट्रो का निर्माण किसी भी स्थिति में उचित नहीं हैl अनुरोध है कि अधिकारी, जनसाधारण की इस पीड़ा को समझते हुए इसको भूमिगत करने के गुण दोष पर पुनः विचार कर निर्णय लें l

 

आगरा शहर की प्रमुख समस्याएं

  1. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ताजमहल के पार जिस बैराज का शिलान्यास किया था, उसका कुछ भी अता-पता नहीं है। छह वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री ने नगला पैमा में नींव रखी थी।
  2. यमुना पर बैराज नहीं बना, न अपस्ट्रीम में और न ही डाउनस्ट्रीम में।
  3. आम नागरिकों के लिए सिविल टर्मिनल न जाने कब बनेगा।
  4. यमुना किनारा से ट्रांसपोर्टर यातायात नगर में नहीं गए।
  5. ताजमहल पर लपकों की समस्या।
  6. अनेक स्थानों पर जलभराव की समस्या।
  7. सड़कों में गड्ढों की समस्या।
  8. हर घर से कूड़ा नहीं उठाया जा रहा।
  9. अवैध निर्माण जारी हैं।
  10. यातायात की समस्या यथावत है।
  11. पर्यटकों के साथ आपराधिक घटनाएं हो रही हैं।
  12. बंदरों का आतंक
  13. आवारा कुत्तों की समस्या
  14. गौशाला में गायों की दुर्दशा
  15. हाईकोर्ट की खंडपीठ के लिए वकीलों की पिटाई भी हो चुकी है, पर हो कुछ नहीं रहा है।
  16. टोरंट की मनमानी
  17. थोक व्यापार मंडी में नहीं हो रहा
  18. यमुना की डिसिल्टिंग नहीं हो रही
  19. यमुना में ताजमहल के पीछे पानी नहीं
  20. आगरा में पर्यटक रात्रि प्रवास नहीं कर रहे

आगरा शहर की लाइफ लाइन MG Road पर Metro का विरोध, पहली बार बड़े व्यापारी सड़क पर उतरे, जानिए क्या है कारण, देखें तस्वीरें

आगरा मेट्रो के बारे में

आगरा मेट्रो उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में निर्माणाधीन 2 लाइनों और 28 स्टेशनों के साथ 29.40 किलोमीटर का शहरी मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (एमआरटीएस) है।

आगरा मेट्रो चरण 1 परियोजना की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) राइट्स द्वारा तैयार की गई थी और 30 जून, 2016 को मंजूरी के लिए यूपी राज्य सरकार को सौंपी गई थी। 2017 में, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (यूपीएमआरसीएल) को सभी हितधारकों को एक साथ लाने और परियोजना शुरू करने के लिए ‘समन्वयक’ के रूप में नियुक्त किया गया था।

परियोजना को फरवरी 2019 में केंद्र सरकार की कैबिनेट की मंजूरी मिली, और जुलाई 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने 11 शर्तों की सूची के साथ निर्माण के लिए मंजूरी दे दी।

चरण 1 के पहले 4 किमी खंड (ताज ईस्ट गेट – ताज महल रैंप) पर निर्माण कार्य 7 दिसंबर, 2020 को प्रधान मंत्री द्वारा दूरस्थ रूप से उद्घाटन के साथ शुरू हुआ। इसके प्रायोरिटी कॉरिडोर में जामा मस्जिद और ताज ईस्ट गेट के बीच 6 स्टेशनों (3 भूमिगत और 3 एलिवेटेड) के साथ 7 किमी का खंड शामिल है।

आगरा मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर मार्च 2024 की समयसीमा के बाद जून 2024 में पूरा होने और खुलने की उम्मीद है। चरण 1 के 2026 में पूरा होने की उम्मीद है।

परियोजना को आंशिक रूप से भारत सरकार और भारत सरकार से वित्त पोषित किया जाएगा। उत्तर प्रदेश को समान इक्विटी के आधार पर और यूरोपीय निवेश बैंक (ईआईबी) से 4860 करोड़ रुपये का ऋण दिसम्बर 2021 में स्वीकृत हुआ।

सिस्टम विशिष्टताएँ

  • शीर्ष गति: 80 किमी प्रति घंटा
  • औसत गति: 34 किमी प्रति घंटा
  • ट्रैक गेज: मानक गेज – 1435 मिमी
  • विद्युतीकरण: 750V डीसी तीसरी रेल
  • सिग्नलिंग: संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण (सीबीटीसी)

मुख्य आंकड़े

परिचालन: 0 किमी | निर्माणाधीन: 11.9  किमी | स्वीकृत: 17.5 किमी

  • अनुमानित लागत:8,379.62 करोड़ (लाइन-1)
  • अनुमानित सवारियां: 7.36 लाख/दिन (2031)
  • अनुमानित कोच: 87

आगरा मेट्रो चरण 1 मार्ग की जानकारी

लाइन-1 : सिकंदरा-ताज ईस्ट गेट

  • लंबाई: 14.25 किमी
  • प्रकार: ऊंचाई पर (569 किमी) और भूमिगत (7.681 किमी)
  • डिपो: पीएस डिपो (16.3 हेक्टेयर)
  • स्टेशनों की संख्या: 14
  • स्टेशन के नाम: सिकंदरा, गुरु का ताल, आईएसबीटी, शास्त्री नगर (भविष्य), आरबीएस कॉलेज, राजा की मंडी, सेंट जॉन्स (आगरा विश्वविद्यालय), मेडिकल कॉलेज, जामा मस्जिद, आगरा किला, ताज महल (पुरानी मंडी), फतेहाबाद रोड, बसई और ताज ईस्ट गेट

लाइन-2 : आगरा कैंट. -कालिंदी विहार

  • लंबाई: 15.40 किमी
  • प्रकार: ऊंचा
  • डिपो: कालिंदी विहार डिपो (9 हेक्टेयर)
  • स्टेशनों की संख्या: 15
  • स्टेशन के नाम: आगरा कैंट, सुल्तानपुरा, सदर बाजार, प्रताप पुरा (भविष्य), कलक्ट्रेट, सुभाष पार्क, सेंट जॉन्स (आगरा यूनिवर्सिटी), हरिपर्वत चौराहा, संजय प्लेस, एमजी रोड, सुल्तानगंज क्रॉसिंग, कमला नगर, रामबाग, फाउंड्री नगर, मंडी समिति (आगरा मंडी) और कालिंदी विहार
Dr. Bhanu Pratap Singh