आगरा । विधायक राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और इलाहाबाद के अधिवक्ता स्व.उमेश पाल की हत्या कर दी गई। इसे लेकर सोमवार को जनपद एवं सत्र न्यायालय आगरा परिसर स्थित नजारत तिराहे के पास एक शोक सभा का आयोजन किया गया।
सभी अधिवक्तागणों ने प्रदेश की सत्ता में काबिज योगी सरकार से उत्तर प्रदेश में अधिवक्तागणों को सुरक्षित रखने के लिए जल्द से जल्द एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की मांग रखी ।
बार कौंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य पद की प्रत्याशी एडवोकेट सरोज यादव ने कहा कि आज दूसरों को न्याय दिलाने की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाला अधिवक्ता के ऊपर जानलेवा हमले किए जा रहे हैं, उनकी हत्या की जा रही हैं और प्रदेश में जंगल राज जैसे हालात बने हुए हैं । प्रदेश की मौजूदा सरकार अधिवक्तागणों को सुरक्षित करने को लेकर संवेदनहीन बनी हुई है । उन्होंने कहा कि अगर सरकार संवेदनशील होती तो अधिवक्ता हित में बिना किसी देरी के उत्तर प्रदेश में एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट को लागू करने को लेकर गंभीरतापूर्वक काम करती । लेकिन सरकार की कथनी और करनी में अंतर है । उन्होंने प्रदेश भर के अधिवक्ता समाज से एकजुट होकर न्याय की लड़ाई लड़ने का आह्वान किया ।
शोक सभा में उपस्थित अधिवक्तागणों ने अधिवक्ता स्व. श्री उमेश पाल के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए विनम्र श्रध्दांजलि अर्पित की ।
उपस्थित सभी अधिवकतागणों ने दो मिनट का मौन धारण किया। सुरेंद्र लाखन, राजवीर सिंह, धर्मेंद्र वर्मा, सुभाष सिंह चौहान, एसपी सिंह, यशपाल, मनोहर सिंह, राजकुमार वर्मा, राजीव कुमार,विजय सोलंकी, जितेंद्र सिंह, नरेंद्र सिंह, चंद्रपाल, रागिनी परमार, संगीता, विजेंद्र, रामहेत, दिनेश कुमार, सोनपुर,आनंद कुमार, मेघ सिंह यादव आदि अधिवक्तागण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।