इस बार जन्माष्टमी में कान्हा का जन्म श्रद्धालुओं के बिना होगा

इस बार जन्माष्टमी में कान्हा का जन्म श्रद्धालुओं के बिना होगा

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL RELIGION/ CULTURE साक्षात्कार

Mathura (Uttar Pradesh, India) मथुरा। कान्हा के जन्म का नजारा इस बार वह नहीं दिखेगा जिसे देखने की लालसा हम हमेशा रखते हैं। कान्हा की नगरी में मंदिरों पर भव्य सजावट तो होगी लेकिन इसे निहारने के लिए हजारों हजार श्रद्धालु इस बार नहीं होंगे। दिन में लगने वाले भंडारे भी नहीं होंगे। सडकों पर डेरा जमा लेने वाले दूर दराज से आये श्रद्धालुओं के दृष्य भी इस बार नहीं दिखेंगे, सब कुछ होगा लेकिन रात 12 बजे कृष्ण जन्म का साक्षी बनने को आतुर श्रद्धालु नहीं होंगे जो श्रीकृष्ण जन्मस्थान के भागवत भवन में प्रवेश करने को अधीर हो उठते हैं।

श्रीकृष्ण जन्मस्थान, द्वारिकाधीश व ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे

कोरोना के चलते इस बार कान्हा का जन्म ऑनलाइन देख पाएंगे श्रद्धालु, मथुरा के प्रमुख मंदिरों में  श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा। इस बार कान्हा का जन्म तो होगा, लेकिन उनके भक्त आसपास नहीं होंगे। उन्हें ऑनलाइन ही दर्शन करने होंगे। कोरोना महामारी के चलते इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के साथ-साथ भारत विख्यात द्वारिकाधीश व ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेंगे। बावजूद इसके मंदिर प्रशासन ठाकुरजी के जन्मोत्सव की भव्यता में किसी भी तरह की कमी नहीं रखना चाह रहे। द्वारिकाधीश मंदिर के विधि एवं मीडिया प्रभारी राकेश चतुर्वेदी ने बताया कि जन्माष्टमी की पूरी प्लानिंग को लेकर बड़ौदा में मीटिंग होनी है, जिसमें निर्णय लिया जाएगा। वैसे आम भक्तों को जन्मोत्सव के दर्शन कराना संभव नहीं लग रहा। लाइव दर्शन की प्लानिंग है।

कृष्ण भक्तों के न आने से भंडारों का आयोजन नहीं किया जाएगा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मथुरा शहर में करीब 250 स्थानों पर भंडारे लगाए जाते थे। ये भंडारे कृष्ण जन्मोत्सव में शामिल होने वाले कृष्ण भक्तों की आवाभगत के लिए शहर के विभिन्न संगठनों द्वारा लगाए जाते थे लेकिन अबकी बार कृष्ण भक्तों के न आने से भंडारों का आयोजन नहीं किया जाएगा। 

आम भक्त मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे
श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान, सचिव- कपिल शर्मा ने बताया कि जन्मस्थान के मंच पर इस बार लीला नहीं होगी, जबकि पुष्पांजलि समारोह भी भागवत भवन में ही करने की योजना है। आम भक्त मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए मंदिर में सभी आयोजन पूर्व की भांति होंगे। सामाजिक दूरी का पालन कराने के लिए कृष्णभक्तों की भीड़ नहीं जुट सकेगी। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से घर बैठे कृष्णभक्त जन्मोत्सव के लाइव दर्शन कर सकेंगे।  

Dr. Bhanu Pratap Singh

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