मुंबई (अनिल बेदाग) : अर्शिन मेहता, यजुर मारवाह, गौरी शंकर अभिनीत ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ समृद्ध इतिहास और जटिल सांस्कृतिक गतिशीलता में डूबे क्षेत्र के केंद्र में गहराई से उतरती है। म्यांमार के रोहिंग्या शरणार्थियों और बांग्लादेश के अवैध घुसपैठियों की पृष्ठभूमि के साथ फिल्म पश्चिम बंगाल में जीवन की एक ज्वलंत तस्वीर पेश करती है, जो इस क्षेत्र की परंपराओं को इसकी आधुनिक चुनौतियों के साथ जोड़ती है। कथा “लव जिहाद” के संवेदनशील मुद्दे को भी छूती है, जो कहानी में साज़िश और विवाद की एक परत जोड़ती है।
लेखक और निर्देशक सनोज मिश्रा ने अपना दृष्टिकोण साझा कियाउन्होंने कहा, ‘द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ में मेरा उद्देश्य रूढ़ियों को पार करना और एक सूक्ष्म कथा प्रस्तुत करना था जो इस क्षेत्र की सांस्कृतिक और भावनात्मक गहराई को दर्शाता है। यह फिल्म बंगाल की आत्मा की एक व्यक्तिगत यात्रा है, जिसमें इसके ऐतिहासिक सार और समकालीन मुद्दों को दर्शाया गया है। यह अपने लोगों की अनकही कहानियों के लिए एक श्रद्धांजलि है, जो उनकी सामूहिक भावना पर एक नया दृष्टिकोण पेश करती है।
निर्माता जितेंद्र नारायण सिंह (सैयद वसीम रिजवी) टिप्पणी करते हैं,’द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल’ का निर्माण ऐतिहासिक अनुसंधान और सावधानीपूर्वक तथ्य-जांच की एक गहन यात्रा थी। सटीकता के प्रति हमारा समर्पण इस क्षेत्र के अतीत और इसके विविध सांस्कृतिक परिदृश्य के चित्रण में चमकता है। हम एक ऐसी फिल्म पेश करने के लिए रोमांचित हैं जो न केवल शिक्षित करती है बल्कि विचार और चर्चा को भी प्रेरित करती है, दर्शकों को सतह से परे देखने के लिए चुनौती देती है।
-up18News
- Agra News: अर्हम शक्ति ध्यान योग शिविर सम्पन्न, साधना और सकारात्मक ऊर्जा से साधकों ने पाया मानसिक संतुलन - December 31, 2025
- महिला के भेष में फरारी काट रहा था दुष्कर्म आरोपी, धौलपुर पुलिस ने वृंदावन से दबोचा, 10 हजार का इनाम था घोषित - December 30, 2025
- Agra News: नववर्ष-2026 पर आगरा पुलिस अलर्ट, कड़े सुरक्षा इंतजाम, शराब पीकर ड्राइविंग और हुड़दंग पर सख्त नज़र - December 30, 2025