Dr devi singh narwar agra

यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय के लिए लगातार चार दिन दिया धरना, फिर किया ये काम

NATIONAL PRESS RELEASE REGIONAL

Agra, Uttar Pradesh, India. आगरा में यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना हेतु संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा के कार्यालय आगरा पर च अंतिम चौथे दिन 25 मार्च 2021 को धरना जारी रहा। संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं संयोजक डॉ. देवी सिंह नरवार एवं प्रधानाचार्य डॉ. देव प्रकाश शर्मा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम ज्ञापन सयुंक्त शिक्षा निदेशक डॉ. मुकेश अग्रवाल को ज्ञापन सौंप गया। इसमें बोर्ड कार्यालय आगरा में स्थापित करने की मांग की गई है।

सांकेतिक धरने के अंतिम चौथे दिन धरना स्थल पर आयोजित सभा मे संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं संयोजक डॉ. देवी सिंह नरवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्तमान में आगरा जनपद बोर्ड के मेरठ क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत आता है । आगरा में बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय खुल जाने से हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के छात्रों का परीक्षा सम्बन्धी सभी कार्य आगरा में होने लगेंगे । बोर्ड परीक्षार्थियों के नाम, पिता के नाम, माता के नाम, चयनित विषयो आदि में वर्तनी ( स्पेलिंग ) की त्रुटि, जन्मतिथि की त्रुटि, लिपिकीय त्रुटि से किसी विषय मे अनुपस्थिति आदि का संशोधन आगरा में होने लगेगा साथ। ही हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट के अंकपत्र, प्रमाणपत्र, मूल खो जाने पर उसकी द्वितीय प्रति भी आगरा क्षेत्रीय कार्यालय से आसानी से मिल सकेगी । वर्तमान में इन सभी कार्यो के लिए मेरठ जाना पड़ता है जिसमें धन और समय का काफी अधिक अपव्यय होता है । आगरा के क्षेत्रीय कार्यालय से आम जनता को बहुत लाभ मिलेगा ।

धरने की लगातार चार दिन से अध्यक्षता कर रहे प्रेम महाविद्यालय इण्टर कॉलेज वृन्दावन मथुरा के प्रधानाचार्य डॉ देव प्रकाश ने कहा कि यूपी बोर्ड की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने पर इस वर्ष 2021 में प्रदेश सरकार मिशन गौरव के नाम से पूरे प्रदेश में जो कार्यक्रम मनाने जा रही है। उसके अंतर्गत यदि आगरा में यूपी बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय की स्थापना की जाती है तो मिशन गौरव कार्यक्रम की सार्थकता सिद्ध हो जाएगी । 

धरना स्थल पर कोऑर्डिनेटर सत्यवीर सिंह, महामंत्री डॉ योगेंद्र सिंह, धरना प्रभारी बनवारी लाल राजपूत, डॉ. भोज कुमार शर्मा, प्रधानाचार्य परिषद के जिलाध्यक्ष डॉ. नरेंद्र लवानिया,  डॉ. चतुर सिंह, अशोक वर्मा,  परमाल सिंह,  महावीर सिंह, जगदीश प्रसाद परिहार, सुनीता कौशल, पुन्नू लाल, नरेंद्र त्यागी, सौदान सिंह, जगदेव सिंह, राजकिशोर शर्मा, जगदीश प्रसाद, रविन्द्र परिहार, रमेश चंद्र, हाकिम सिंह, भगवान सिंह, फूल सिंह सिकरवार, चन्दरवेंद्र सिंह भदौरिया, राहुल सिंह, शिवचरण, कृष्ण स्वरूप, हरिओम शर्मा, सुरेश चंद्र, सुनील सिंह, विनोद कुमार विश्वकर्मा, कृष्ण कुमार गोपाल, कुलदीप जैन, जितेंद्र जैन, मान सिंह देशवार आदि ने विचार व्यक्त किये।