आगरा में पहली बार 3 अक्टूबर से चतुर्थ “राष्ट्रीय प्राकृत संगोष्ठी “जिसमें होगी प्राचीन ज्ञान की आधुनिक व्याख्या”
संगोष्ठी का केंद्रीय विषय “स्थानाङ्गसूत्र” है जो जैन आगम साहित्य का है एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रंथ देश भर के आए प्राकृत भाषा के विद्वान जुटेंगे और तीन दर्जन से अधिक प्रस्तुत करेंगे शोध पत्र प्राकृत भाषा में ही रचे गए हैं सभी जैनागम सैद्धांतिक, धार्मिक, नाटक, महाकाव्य एवं कथा ग्रंथ Live Story Time Agra, Uttar […]
Continue Reading